मौसम के साथ-साथ इन दिनों बिहार का राजनीतिक तापमान भी बढ़ा हुआ है. जीतनराम मांझी के महागठबंधन से बाहर होने के बाद आरोप प्रत्यारोप जारी है. इस बीच बक्सर पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार मांझी के बचाव में उतर गए और महागठबंधन सरकार पर खूब बरसे. महागठंबधन की गोपनीयता भंग करने के जीतन राम मांझी के ऊपर लगे आरोपों को अश्विनी चौबे ने खारिज कर दिया. और नीतीश कुमार पर ही आरोप लगा दिया।
बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार जब एनडीए के हिस्सा थे तो महागठबंधन की बात दूसरे को बताते थे. नीतीश कुमार ने जितनी राजनीतिक गोपनीयता भंग की है, शायद उतना बिहार के किसी नेता ने नहीं किया है. राजनीति में अभी इससे नीचे की पराकाष्ठा दूसरी नहीं हो सकती. दलित समाज के एक बड़े चेहरे को अपमानित करके निकालने का उन लोगों ने काम किया है. महागठंबधन की गोपनीयता भंग करने के जीतन राम मांझी के ऊपर लगे आरोपों को अश्विनी चौबे ने साफ खारिज कर दिया।
वहीं नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि समय से पहले लोकसभा चुनाव हो सकते हैं. इसको लेकर जब अश्विनी चौबे से पूछा गया को उन्होंने तपाक से कहा कि अगर समय से पहले चुनाव हो गया तो माइनस जीरो पर चले जाएंगे. कोई पूछनेवाला भी नहीं बचेगा. अश्विनी चौबे ने कहा कि चुनाव आयोग तिथि निर्धारण कर चुनाव करता है. अगर समय पूर्व लोकसभा चुनाव हुए तो नीतीश कुमार का महागठबंधन माइनस जीरो रिजल्ट हासिल करेगा।
आगामी 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक पर अश्विनी चौबे ने चुटकी ली. साथ ही साथ कांग्रेस के सीनियर नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि इसे कुछ होने वाला नहीं है. सभी लोगों के सपने चकनाचूर हो जाएंगे. अश्विनी चौबे ने साफ कहा कि विपक्ष में एकता है ही नहीं. कई लोग पीएम बनने का सपना देख रहे हैं. किसी भी सूरत में संभव नहीं है।