मंत्रियों को ‘साजने’ के लिए IAS अफसर को पीछे लगा देते हैं नीतीश कुमार, लालू के करीबी सुनील सिंह का खुलासा
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विवाद के बीच राजद एमएलसी सुनील कुमार ने बड़ा बयान दिया है. लालू यादव के करीबी एमएलसी ने कहा कि कई मुख्यमंत्री केके पाठक जैसे 5-7 अफसर मंत्रियों को ठीक करने के लिए रखते हैं. राजद के विधान पार्षद और लालू परिवार के करीबी सुनील सिंह ने कहा कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री केके पाठक जैसे 5-7 अफसरों से मंत्रियों को साधते हैं. और शायद ऐसा ही कुछ शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के साथ हो रहा है।
राजद विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि पहले भी देखा गया है कि कुछ आईएएस अफसर हैं, जिनको सरकार हथियार के रूप में इस्तेमाल करती है. अगर किसी मंत्री को साजना( शांत) करना है, तो उस अफसर को लगा दिया जाता है. यह पहले भी देखा गया है. दूसरे राज्यों में भी मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है. 2-4-5 आईएएस अफसर होते हैं जिनको सरकार हथियार के रूप में इस्तेमाल करती है. वही आईएएस अफसर जब सही रूप से काम करता है तब मुश्किल होने लगती है।
राजद विधायक ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि पिछली दफे इन्हें मद्ध निषेध विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया था. तब नालंदा जिले में कोई पकड़ा गए थे. तब इनको बड़े बेआबरू तरीके से प्रधान सचिव के पद से हटा दिया गया था. उन्होने कहा कि तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री 5-7 आईएएस अफसरों को मंत्रियों और अन्य लोगों को दुरुस्त करने के लिए रखते हैं. एक वक्त मेरे पीछे भी आईएएस अधिकारी सीके अनिल को लगा दिया गया था. हालांकि कि वो बाद में समझ गए थे कि उनका इस्तेमाल किया जा रहा है. और फिर वो मेरे दोस्त बन गए थे।
वहीं राजद विधान पार्षद सुनील सिंह ने कड़क आईएएस अफसर की बड़ाई करते हुए कहा कि केके पाठक के बारे में क्या बताएं. सदन में हम ने उनको खुद बड़ाई किया था. बहुत कम अफसर हैं जो केके पाठक की तरह काम करते हैं. वह ईमानदार हैं,न दिन देखते हैं ना रात देखते हैं. बहुत अच्छा काम करते हैं. सुनील सिंह ने यह भी कहा कि मंत्री और प्रधान सचिव में क्यों नहीं सामंजस बैठ रहा है यह तो यक्ष प्रश्न है. सरकार को इस मामले में पहल करनी चाहिए. हमारे नेता तेजस्वी यादव को भी पहल करनी चाहिए।
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