सीएम नीतीश द्वारा विधान परिषद के लिए पर्चा दाखिल करते ही प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कार्यकर्ताओं तक में उत्साह बढ़ गया. इस बीच जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी सीएम नीतीश की जमकर तारीफ की. उन्होंने सीएम नीतीश को विकास का प्रतीक बताया है।
यह पार्टी का फैसला: उन्होंने कहा कि यह पार्टी का फैसला है और पार्टी के कार्यकर्ता इससे काफी खुश हैं. उमेश कुशवाहा ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि हम लोगों के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है. वह विकास के प्रतीक है और हम लोग विकास पुरुष के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।
“विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. लालू यादव और तेजस्वी यादव ने अपने भाषण के दौरान अपने कार्यों के बारे में कुछ भी बोलने से इनंकार कर दिया. बिहार के लोगों को पता है कि उनके 15 साल के शासन में बिहार किस तरह से जंगल राज की स्थिति से गुजरा था. यह बात किसी से छिपा नहीं है कि लोग किस तरह से जी रहे थे.” – उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
सीएम नीतीश ने किया नामंकन: वहीं, उन्होंने बिहार में एनडीए की सीटों के बंटवारा पर कहा कि अभी नहीं हुआ है. कब तक होगा इस पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि चिंता मत कीजिए जल्द ही हो जाएगा. बता दें कि सीएम नीतीश ने चौथी बार विधान परिसद में नामांकन किया।
21 मार्च को है चुनाव: बता दें कि बिहार में विधानपरिषद् की 11 सीट 5 मई को खाली हो रही हैं. जिसके लिए जरूरी हुआ तो 21 मार्च को चुनाव कराए जाएंगे. नामांकन की अंतिम तारीख 11 मार्च है. फिलहाल नीतीश कुमार ने विधानपरिषद् के लिए नामांकन कर संकेत दे दिए हैं कि वो अभी बिहार की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय रहेंगे।