बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कितना डर लगता है. उनके कार्यक्रमों में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गयी है. मीडिया को उनके आस-पास फटकने नहीं दिया जाता. लेकिन अब तो हद हो गयी. पटना में अपने वार्ड में सीएम के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे एक वार्ड पार्षद को पुलिस ने धक्के मार कर निकाल दिया. इसका वीडियो वायरल हुआ है.
शिलापट्ट पर था नाम लेकिन सीएम को देखने नहीं दिया गया
ये मामला बेहद दिलचस्प है. सीएम जिस योजना का उद्घाटन करने गये थे उसके शिलापट्ट पर वार्ड पार्षद का नाम था. लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री को देखने तक का मौका नहीं दिया गया. वार्ड पार्षद चिल्लाते रह गये कि मैं यहां का पार्षद हूं, मेरा नाम शिलापट्ट पर है लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं सुना और धक्के मार कर उन्हें सीएम के कार्यक्रम स्थल से निकाल दिया.
पटना के कदमकुआं की घटना
वाकया 21 फरवरी का है, जब नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान पटना शहर के कदमकुआं इलाके में दो मंजिला वेडिंग मार्केट का उद्घाटन करने पहुंचे थे. ये मार्केट पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 38 में बना है. इस वार्ड के पार्षद हैं आशीष कुमार सिन्हा. आशीष कुमार सिन्हा नगर निगम की स्थायी सशक्त समिति के सदस्य भी हैं. चूंकि ये योजना नगर निगम की थी, इसलिए स्थानीय वार्ड पार्षद आशीष कुमार सिन्हा को कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला था.
अपनी ही हाथ में रह गया बुके
21 फरवरी को हुए इस उद्घाटन कार्यक्रम में वार्ड पार्षद आशीष कुमार सिन्हा सीएम के स्वागत के लिए फूलों का गुलदस्ता लेकर पहुंचे थे. जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, वार्ड पार्षद आशीष कुमार सिन्हा उन्हें बुके देने के लिए आगे बढ़े. लेकिन उन्हें सीएम के सुरक्षा गार्ड्स ने तुरंत रोक लिया.
आशीष सिन्हा ने अपना परिचय देते हुए पुलिस से आगे जाने देने का आग्रह किया. लेकिन पुलिसकर्मी नहीं माने. सीएम के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका और फिर धक्का देकर दूर करना शुरू कर दिया. इतने से भी संतोष नहीं हुआ तो पुलिस जवानों ने उन्हें गोद में उठाकर कार्यक्रम स्थल से हटा दिया. इस वाकये का वीडियो वायरल हो गया है. सवाल ये उठ रहा है कि सीएम को किस-किस से डर लग रहा है. क्या उनके कार्यक्रम में बुलाये गये अतिथियों से भी सीएम को खतरा है.
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