लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान में बिहार में वोटिंग प्रतिशित काफी कम रहा है. हालांकि पहले फेज के मुकाबले दूसरे फेज के चुनाव में मतदान प्रतिशत में सुधार होते हुए दिखा. फिर भी 2019 के मुकाबले इस बार कम रहा. वोटरों में मतदान को लेकर खास उत्साह नहीं दिख रहा है. वोटिंग प्रतिशत कम होने के बाद बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू चिंतित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न जेडीयू कार्यकर्ताओं से बात की और वोट प्रतिशत बढ़ाने का टास्क दिया है. नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि लोगों को मतदान केंद्र तक ले जाएं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से संवाद किया. इसके बाद मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि तीसरे, चौथे और पांचवें चरण के होने वाले चुनाव को लेकर संबंधित लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री ने आज सीधे बातचीत की है. कार्यकर्ताओं ने चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ता को निर्देश दिया है कि जनता के बीच जाएं. प्रधानमंत्री की उपलब्धि और मुख्यमंत्री की उपलब्धि को जनता के बीच ले जाएं. कार्यकर्ताओं ने बताया कि दोनों चरण में एनडीए के पक्ष में लोगों का रुझान देखने को मिला है।
दोनों चरण में वोटिंग प्रतिशत कम होने पर मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात का संज्ञान हमारी पार्टी ने लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है की वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर मतदान केंद्र तक लोगों को ले जाएं. विजय चौधरी ने माना की यह बात सही है कि गर्मी एक बड़ा कारण हो सकता है. लेकिन निश्चित तौर पर यह तो बाद में पता चलेगा कि क्या इसके कोई राजनीतिक कारण या फिर कोई अन्य कारण तो नहीं है ?