नीतीश कुमार ने मोदी का पैर इसलिए छुआ ताकि 2025 के बाद भी वो मुख्यमंत्री बने रह सकें: प्रशांत किशोर

Prashant Kishore

जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने भागलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश में कुछ दिन पहले देखा होगा कि मीडिया के लोग कह रहे थे कि नीतीश कुमार के हाथ में पूरा भारत सरकार की कमान है। नीतीश कुमार अगर न चाहें तो देश में सरकार नहीं बनेगी। इतनी ताकत है नीतीश कुमार के हाथ में! नीतीश कुमार ने इसके एवज में क्या मांगा? बिहार के बच्चों के लिए रोजगार नहीं मांगा।

बिहार के जिलों में चीनी की फैक्ट्रियां चालू हो जाए ये नहीं मांगा। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाए ये नहीं मांगा। तो फिर बिहार के लोग सोच रहे होंगे कि फिर क्या मांगा? नीतीश कुमार ने मांग रखी कि 2025 के बाद भी वो मुख्यमंत्री बने रहें और इसके लिए भाजपा भी समर्थन कर दे। बिहार के सभी लोगों की इज्जत इस आदमी ने बेच दी।

13 करोड़ आदमी का जो नेता है हमलोगों का अभिमान है, सम्मान है, मगर पूरे देश के सामने झुक कर मुख्यमंत्री बने रहने के लिए पैर छू रहा है ये आदमी। बिहार में कुछ लोग कहते हैं कि प्रशांत जी 2015 में आपने नीतीश कुमार की मदद की थी। नारा दिया था बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है।

तो आज क्यों विरोध कर रहे हैं, तो मैं आपको बता दूं कि उनकी यही सब हरकत की वजह से मैंने उनका विरोध किया। 2015 के नीतीश कुमार और 2025 के नीतीश कुमार में जमीन आसमान का फर्क है। 2014 में नीतीश कुमार ने मोदी के सामने झुक कर पैर नहीं छुआ था। 2014 के नीतीश कुमार ने अपना जमीर नहीं बेचा था।

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.