मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत खराबहोने के बाद उनके सभी कार्यक्रम पिछले एक सप्ताह से रद्द हैं. सोमवार को मंत्रिमंडल विभाग की ओर से जनता दरबार को लेकर लेटर जारी किया गया था और संबंधित सभी विभागों को जनता दरबार की तैयारी करने का निर्देश भी दे दिया गया था लेकिन आखिरी मौके पर इस रद्द कर दिया गया. अपरिहार्य कारणों से अगले आदेश तक के लिए जनता दरबार को स्थगित करने का आदेश जारी किया गया है. सीएम 3 दिसंबर को प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जयंती समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे।
इन विभागों को लेकर होनी थी सुनवाई: जनता दरबार को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई थी. आज दिसंबर महीने का पहला सोमवार है. आज यदि जनता दरबार होता है तो अधिकांश विभाग जो मुख्यमंत्री के पास है, उसी की शिकायत लेकर लोग पहुंचेंगे. आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्य निषेध विभाग, निगरानी विभाग खान एवं भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतों की सुनवाई मुख्यमंत्री करते हैं।
अक्टूबर महीने में हुआ था जनता दरबार: यदि आज जनता दरबार होता है तो यह लंबे अरसे बाद होगा, क्योंकि इससे पहले अक्टूबर में जनता दरबार का आयोजन हुआ था. पर्व त्योहार और शीतकालीन सत्र के कारण नवंबर में जनता दरबार का आयोजन नहीं हो सका लेकिन आज के जनता दरबार पर भी सस्पेंस बना हुआ है. सीएम सचिवालय के सूत्रों के अनुसार आज का जनता दरबार रद्द हो सकता है।
पिछले कई दिनों से सीएम बीमार:वैसे मंत्रिमंडल विभाग की ओर से लेटर 30 नवंबर को ही जारी कर दिया गया है. नीतीश मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर सचिव निशीथ वर्मा की ओर से सभी जिलाधिकारी को जनता दरबार से संबंधित पत्र भेजा गया है. ऐसे में अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में आएंगे या नहीं?