श्रावणी मेला के दौरान कोसी-सीमांचल की तरफ से भी काफी संख्या में कांवरिये वाहनों से सुल्तानगंज पहुंचते हैं। लेकिन बड़े वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दरअसल, कांवरियों के वाहन जाम के कारण शहर में न फंसे और वे आसानी से निकल सके, इसके लिए उन्हें बाइपास के रास्ते ही सुल्तानगंज भेजा जाएगा। इससे शहर पर भी वाहनों का अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा। बड़े वाहनों को विशेष रूप से बाइपास होते हुए ही इंट्री दी जाएगी।
श्रावणी मेला के दौरान सेतु पर भी वाहनों का दबाव बढ़ेगा। इससे सेतु पर जाम की स्थिति न हो, इसके लिए तैयारी की जा रही है। शहर में दिन को ही सामान्य दिनों में भीषण जाम की स्थिति होती है। इस स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह पुलिस की तैनाती तो है, बावजूद दिनभर कुछ इलाके जाम से बुरी तरह जूझते रहते हैं। इसके लिए सेतु के आसपास बाइपास का रूट दिखाने के लिए संकेतक भी लगाए जाएंगे।
मुख्य रास्ते की बुरी हालत
शहर में सराय-विश्वविद्यालय-साहेबगंज-चंपानगर होते हुए सुल्तानगंज जाने का रास्ता है, लेकिन सड़क की स्थिति बदतर है। जबकि दूसरा रास्ता स्टेशन-तातारपुर-असानंदपुर होते हुए चंपानगर की तरफ से है, लेकिन मुस्लिम स्कूल तरफ बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जहां हर दिन घंटों जाम की स्थिति रहती है। इसी वजह से वाहनों का रूट डाइवर्ट किया गया है। ट्रैफिक थानेदार ब्रजेश कुमार ने कहा कि सेतु से वाहनों को बाइपास होते हुए सुल्तानगंज जाने में सहूलियत होगी। लोग बिना फंसे आसानी से जा सकते हैं। इस कारण बड़े वाहनों को बाइपास की तरफ मोड़ा जाएगा।