बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। राज्य के अंदर शराब पीना या उससे जुड़ा किसी भी तरह का कोई भी कारोबार करना गैरकानूनी है। इतना ही नहीं शराब का सेवन कर किसी कार्य को करना भी गैरक़ानूनी माना गया है। लेकिन,इन नियमों का बिहार में सरेआम खिल्ली उड़ाई जा रही है। ऐसे में अब एक ताजा मामला मुंगेर से सामने आ रहा है। जहां उत्पाद विभाग की जांच में पता चला कि ड्यूटी के वक्त डॉक्टर नशे की हालत में थे। अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में यह भी पता चला कि शराब पीने के लिए दूसरी बार पकड़े गए हैं।
दरअसल, मुंगेर में एक सरकारी डॉक्टर को उत्पाद विभाग की टीम ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया है। ताज्जूब की बात यह है कि डॉक्टर साहब शराब पीकर इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे थे। यह मामला मुंगेर सदर अस्पताल का है। इस गिरफ्तारी से जिले की डॉक्टर और जिला प्रशासन में तरह -तरह की चर्चा हो रही है। उत्पाद विभाग के पदाधिकारी ने कहा है कि डॉक्टर साहब को कोर्ट में पेश किया जाएगा और न्यायालय के आदेशानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।
बताया जा रहा है कि मुंगेर उत्पाद विभाग को रविवार की रात गुप्त सूचना दी गयी कि सदर अस्पताल में एक डॉक्टर शराब पीकर ड्यूटी कर रहे हैं। उत्पाद विभाग की टीम रविवार की रात को ही सदर अस्पताल पहुंची। वहां इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर से बात की। उस समय डॉ. असीम कुमार इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात थे।
जांच में पता चला कि उस वक्त डॉक्टर साहब शराब के नशे में थे और ड्यूटी कर रहे थे। उसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए उत्पाद टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।डॉ. असीम कुमार को इससे पहले भी शराब के नशे में पकड़ा गया था। वे दूसरी बार शराब के नशे में गिरफ्तार किए गए हैं। सहायक उत्पाद आयुक्त बीकेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार डॉक्टर को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाएगा।