बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में मध्याह्न भोजन खाने के बाद बीमार पड़े 150 बच्चों के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक्शन लिया है, आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को नोटिस भेजा है. जिसमें कहा गया है कि इस मामले में अधिकारियों की तरफ से चूक हुई है. इसलिए सरकारी आयोग के पत्र पर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जानकारी दें. इसके लिए 4 हफ्ते का समय आयोग ने दिया है।
आयोग ने मुख्य सचिव को ये नोटिस मीडिया में छपी खबरों के अधार पर भेजा है और उसका हवाला भी दिया है. आयोग ने कहा है कि अगर ये रिपोर्ट सही हैं तो ये बच्चों के मानवाधिकार के उल्लंघन का मामला है. जिसमें अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है. भोजन गलत तरीके से तैयार किया गया और बच्चों को दिया गया. स्कूल के अधिकारियों की ओर से भी निरीक्षण में चूक हुई है।
आयोग ने अपने पत्र में कहा है कि सरकार अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी भी दे कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी. आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव से पूछा है कि इस घटना के लिए जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई अब तक की गयी है. इस तरह की घटना दोबारा ना हो इसके लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विद्यालय द्वारा सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन में ठीक से नहीं हो रहा है।