नोएडा में इन दिनों कई फेमस बिल्डर्स में हड़कंप मचा है. क्योंकि ऑथोरिटी ने की नामी सोसायटी में नोटिस चस्पा करा दिये हैं. साथ ही फ्लैट्स कुर्क करने तक की चेतावनी दी है. जिससे खरीददारों के होश उड़े हैं.
HIGHLIGHTS
- बकाया नहीं चुकाने पर कार्रवाई की चेतावनी
- 10 से अधिक सोसायटी में चिपकाए गए नोटिस
- 60 दिनों के अंदर करने शेष रकम का भुगतान
नई दिल्ली :
Noida Authority Action: नोएडा में इन दिनों कई फेमस बिल्डर्स में हड़कंप मचा है. क्योंकि ऑथोरिटी ने की नामी सोसायटी में नोटिस चस्पा करा दिये हैं. साथ ही फ्लैट्स कुर्क करने तक की चेतावनी दी है. जिससे खरीददारों के होश उड़े हैं. साथ ही उन्हें अपने फ्लैट्स की कीमतें कम होने के डर भी सताने लगा है. आपको बता दें कि यूपी सरकार ने पिछले साल दिसंबर में एक पॉलिसी का ऐलान करते हुए बिल्डर्स को बकाया राशि को पुनर्निर्धारित करने का मौका दिया था. लेकिन अभी तक भी संबंधित ने ऑथोरिटी का बकाया भुगतान नहीं किया है. जिसके चलते नोए़ड़ा ऑथोरिटी एक्शन मोड़ में आ गई है और फ्लैट्स को कुर्क करने की चेतावनी दी है…
नहीं चुकाया शेष पैसा
जानकारी के मुताबिक, दिसंबर 2023 में पुनर्वास पैकेज पर बिल्डरों को राहत दी गई थी. जिसमें बिल्डरों को 25 फीसदी रकम 60 दिनों के अंदर और शेष 75% एक से तीन साल में किस्तों में भुगतान करना था. इस रकम पर सरकार ने ब्याज और जुर्माना माफ कर दिया था. लेकिन किसी के कान पर कोई जूं नहीं रेंगी. जिसके चलते 20 बिल्डरों को नोटिस थमाया गया है. साथ ही चेतावनी देते हुए फ्लैट सीज करने की बात कही गई है.
क्या कहना है इनका
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, ‘नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कहा कि 20 से अधिक ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट हैं जिनके डेवलपर्स ने अपना बकाया चुकाया नहीं है. “कुछ डेवलपर्स ने शुरू में राहत पैकेज और पुनर्गणना बकाया के लिए सहमति व्यक्त की थी, लेकिन अभी तक 25% की पहली किश्त का भुगतान नहीं किया है.” जिसके चलते ऑथोरिटी को एक्शन लेना पड़ रहा है. हालांकि अभी चेतावनी दी है. यदि समय से ऑथोरिटी का शेष भुगतान नहीं किया जाता है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई निश्चित है..
नोटिस लगने वाली सोसायटी की बात करें तो 137 में स्थित अजनारा डैफोडिल्स, सेक्टर 78 में अंतरिक्ष गोल्फ व्यू 2, सेक्टर 93 बी में ग्रैंड ओमेक्स और सेक्टर 77 में प्रतीक विस्टेरिया शामिल हैं. आपको बता दें कि बकाये का नोटिस डवलपर्स के लिए है. जिसके बाद घर खरीदारों की भी चिंता बढ़ गई है.. क्योंकि ऐसी स्थिति में वे फ्लैट रिसेल नहीं कर पाएंगे.