राज्य के ईको टूरिज्म कैंप में अब बांका भी शामिल होगा। यह अंग क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। भागलपुर और मुंगेर के बाद बांका अंग क्षेत्र का तीसरा स्थल बनेगा। ईको टूरिज्म कैंप में भागलपुर का विक्रमशिला और मुंगेर का भीमबांध पूर्व से शामिल है।
बांका को ईको टूरिज्म कैंप में शामिल करने की बड़ी वजह भारत वन स्थिति रिपोर्ट-2021 है। इसमें बांका को नंबर वन माना गया है। जिले में करीब 16 वर्ग किमी वन क्षेत्र बढ़ा है। यह वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक है। दूसरी बड़ी वजह इस जिले की प्राकृतिक छटा है जिसमें चानन-बाराहाट आदि क्षेत्र में सघन वन इलाका, पहाड़ से सटे मैदानी भागों के खेतों में फैली हरियाली व ओढ़नी डैम की खूबसूरती शामिल है।
बांका टूरिज्म के जेई ओमप्रकाश ने बताया कि ईको-टूरिज्म में आमतौर पर उन गंतव्यों की यात्रा शामिल होती है, जहां वनस्पतियां, जीव-जंतु और सांस्कृतिक विरासत प्राथमिक आकर्षण होते हैं। बांका में ये सारे अवयव मौजूद हैं।