अब आप यूपू में मेट्रो रेल के कोच में जन्मदिन की पार्टी मनाने और स्टेशन परिसर में प्री-वेडिंग एवं फिल्म शूटिंग कर सकते हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) लोगों से जुड़ने और अतिरिक्त राजस्व स्रोतों का पता लगाने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहा है। इन्हीं प्रयासों के तहत ऐसी पहल की जा रही है। इसके तहत कोच में जन्मदिन की पार्टी मनाने और स्टेशन परिसर में प्री-वेडिंग एवं फिल्म शूटिंग की अनुमति देना शामिल है।
ट्रेन में जश्न के विचार को मिला अच्छा रिस्पॉन्स
यूपीएमआरसी के अधिकारियों ने दावा किया कि “ट्रेन में जश्न” के विचार को लखनऊ मेट्रो और कानपुर मेट्रो, दोनों के यात्रियों से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को रविवार को नयी दिल्ली में अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन 2023 के समापन दिवस पर लखनऊ मेट्रो के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ यात्री सेवाओं और संतुष्टि के साथ मेट्रो रेल’ श्रेणी में ‘सार्वजनिक परिवहन में उत्कृष्टता का पुरस्कार’ प्राप्त हुआ। इससे उत्साहित होकर, मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारी लोगों से अपने खास आयोजनों के लिए मेट्रो ट्रेन को एक ‘सचल आयोजन स्थल’ बनाने का आग्रह कर रहे हैं।
बहुत मामूली शुल्क पर किया जा सकता है आयोजन
यूपीएमआरसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘लखनऊ मेट्रो का विस्तार अब 23 किलोमीटर क्षेत्र में हो चुका है। ऐसी कई चीजों का श्रेय इसके नाम है जो पहली बार हुई हैं। मेट्रो कोच में जन्मदिन की पार्टी का आयोजन एक ऐसी पहल है। यह कानपुर में अधिक लोकप्रिय हो गया है, जहां मेट्रो की शुरुआत दिसंबर 2021 में हुई थी।’’ दिल्ली में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय यूएमआई सम्मेलन में भाग लेने वाले उप महाप्रबंधक (जनसंपर्क) पंचानन मिश्रा ने कहा कि जो लोग मेट्रो कोच या स्टेशन परिसर में इस तरह के आयोजन करना चाहते हैं, उनसे “बहुत मामूली शुल्क” लिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘जन्मदिन समारोह में हिस्सा लेने वालों को उस अवधि के लिए टोकन खरीदना होगा, जिस दौरान वे मेट्रो में रहना चाहते हैं और 500 रुपये का एकमुश्त शुल्क देना होगा, जिसका उपयोग हम कोच को सजाने के लिए करेंगे।’’
प्री-वेडिंग शूट के लिए देने होंगे इतने रुपये
मिश्रा ने कहा कि चूंकि मेट्रो ट्रेनों के अंदर खाने-पीने की चीजों की अनुमति नहीं है, ‘‘हम केवल परिवार के सदस्यों या मित्रों को केक के साथ तस्वीरें खींचने की अनुमति देते हैं।’’ मिश्रा ने कहा कि केक काटना और खाना मेट्रो परिसर में निर्दिष्ट स्थानों पर किया जा सकता है। अधिकारियों के अनुसार, ‘‘हम जिस लोकाचार का निर्माण करने की कोशिश कर रहे हैं’’ उसका हिस्सा बनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के वास्ते वर्तमान में रियायती दर पर एकमुश्त शुल्क लिया जा रहा है। मिश्रा ने कहा कि लोगों को मेट्रो कोच के अंदर जन्मदिन मनाने की अनुमति देने की नीति पिछले साल लाई गई थी और तब से इसे काफी सराहना और लोकप्रियता मिली है। उन्होंने बताया कि प्री-वेडिंग शूट के लिए कोच और स्टेशन परिसर दोनों का उपयोग एक जोड़े द्वारा किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “10,000 रुपये का एकमुश्त शुल्क लिया जाता है। इससे लखनऊ मेट्रो या कानपुर मेट्रो में छह से आठ घंटे की शूटिंग की जा सकती है।’’
फिल्मों की शूटिंग की दर भी निर्धारित
मिश्रा ने कहा, ‘‘फीचर या व्यावसायिक फिल्मों के लिए, दरें परिभाषित की गई हैं। यह 75,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक होती है। कुछ लोग दो से तीन दिन की शूटिंग करते हैं। सानिया मल्होत्रा अभिनीत फिल्म ‘पगलैट’ की शूटिंग लखनऊ मेट्रो में हुई थी। एक और फिल्म की शूटिंग लगभग एक महीने पहले की गई थी। पिछले एक साल में छह से सात फिल्मों की शूटिंग हुई है और इनमें लघु फिल्में भी शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर अपने आप में फिल्म निर्माताओं के लिए एक लोकप्रिय शूटिंग स्थल बनता जा रहा है, लेकिन कानपुर मेट्रो के परिसर में अभी तक किसी फिल्म की शूटिंग नहीं हुई है।