अब बनेगा बुर्ज खलीफा ‘फीमेल’ वर्जन, मॉल के अंदर ही चलेंगी इलेक्ट्रिक कारें, शुरू हुआ काम

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बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है। दुनियाभर के पर्यटक इस सबसे ऊंची इमारत को देखने के लिए आते हैं। इसकी अपार लोकप्रियता के बाद अब दुबई में अब बुर्ज खलीफा ‘फीमेल’ वर्जन बनाया जाएगा। एम्मार एंड नून कंपनी के संस्थापक मोहम्मद अलब्बर ने दुबई में फीमेल बुर्ज खलीफा बनाने का ऐलान किया है। अलब्बर ने शारजाह एंटरप्रेन्योरशिप फेस्टिवल (एसईएफ) 2024 में कहा कि दुबई क्रीक हार्बर में एक नया मॉल बनाया जाएगा। इसमें कारें भी चलाई जाएंगी। ये कारें इलेक्ट्रिक होंगी। किसी मॉल में कोई कार अंदर प्रवेश करेगी, ऐसा यहां पहली बार होगा।

यही नहीं, एम्मार द्वारा एक ऊंचा टावर भी बनाएगा। ये टॉवार काफी उंचा होगा। हालांकि बुर्ज खलीफा से छोटा होगा। इसे मंजूरी दे दी गई है और इस पर काम भी शुरू हो गया है। लुक अगले कुछ महीनों में सामने आएगा। कंपनी क्रीक टावर को बुर्ज खलीफा का ‘फीमेल’ वर्जन मानती है। यह 6 मिलियन वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में होगा और उनको इसके ‘नया शहर’ बनने की उम्मीद है। अलब्बर ने इस दौरान कहा, ये यूएई की सबसे ऊंची इमारत नहीं होगी। हमारी कंपनी ने उस स्थान पर एक किलोमीटर लंबा टावर बनाने की अपनी योजना को रद्द करने का फैसला किया।

टॉवर बनाने से ये मिलेगा फायदा

हमें एहसास हुआ कि हमने गलती की है। हम इन टावरों का निर्माण करते हैं क्योंकि हम उन अपार्टमेंटों से पैसा कमाते हैं, जहां से टावर को देखा जा सकता है। जैसे कि पेरिस में हर कोई एफिल टॉवर के सामने एक अपार्टमेंट चाहता है। हमारी इमारतें केवल 50 मंजिला ऊंची हैं तो हमें एक किलोमीटर ऊंचा टावर क्यों बनाना है। ऐसे में हमने इस प्लान को कैंसिल किया। 66 साल के अलब्बर ने कहा कि एम्मार के पब्लिकली लिस्टिड कंपनी बनने के बाद उनका जीवन काफी बदल गया है। अगर आपकी कोई सूचीबद्ध कंपनी है और आपको हर 90 दिन में लोगों को बताना है कि आपने क्या किया है, तो यह एक बड़ी चुनौती है।

फिलहाल बुर्ज खलीफा सबसे ऊंची इमारत

बुर्ज खलीफा दुनिया की सभी इमारतों में सबसे ऊंची इमारत है। यहां तक कि ये दुनिया के सात अजूबों में से एक है। बुर्ज खलीफा दुबई में स्थित है। दुबई को दुनिया के अमीर देशो में से एक माना जाता है। इस इमारत की ऊंचाई 828 मीटर है। वहीं ये बिल्डिंग 168 मंजिला है। बुर्ज खलीफा का निर्माण 21 सितंबर, 2004 में शुरू हुआ था और इसका आधिकारिक उद्घाटन 4 जनवरी, 2010 को हुआ था। इस इमारत का बाहरी हिस्सा ग्लास पैनलों से बना है। इसके निर्माण में लगभग 12,000 मजदूरों ने रोजाना काम किया था। ऊंचाई के कारण इमारत के शीर्ष तलों पर तापमान भूतलों की अपेक्षा 15 डिग्री सेल्सियस कम रहता है। इस बिल्डिंग की डिजाइन भी लोगों को बहुत पसंद आती है। इस बिल्डिंग में ना केवल ऑफिस है बल्कि सिनेमा घर, मॉल, स्विमिंग पूल और मस्जिद भी है। इसके निर्माण में कुल 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर खर्चा आया।

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