खंडवा जिले में हुए तिहरे हत्याकांड तथा जेल ब्रेक की घटना को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) के सरगना अबू फैजल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, भोपाल की एनआईए कोर्ट ने आतंकी अबू फैजल को चार बार उम्रकैद की सजा सुनाई है। बता दें कि बीते 10 सालों से एनआईए कोर्ट में मामले का ट्रायल चल रहा था।
पुलिस टीम पर किया हमला
आतंकी अबू फैजल पर पुलिसवालों से बंदूके लूटने और पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने का इल्जाम हैं। इसके अलावा अबू फैजल को खंडवा में एटीएस जवान सीताराम यादव, बैंककर्मी रविशंकर पारे तथा अधिवक्ता संजय पाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने, मंदसौर में बैंक डकैती करने सहित आठ मामलों में उम्रकैद की सजा हो चुकी है। यानी अब जीवन की आखिरी सांस तक अबू फैजल जेल में ही रहेगा।
फांसी की मांग
वहीं कोर्ट के फैसले पर खंडवा के हिंदूवादी नेता अशोक पालीवाल ने असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे दुर्दांत आतंकी को फांसी की सजा देनी चाहिए। इसके लिए फांसी की सजा से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। इसे जेल में जिंदा रखकर सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ाने से बेहतर है, कि फांसी दे दी जाए। उन्होंने कहा कि हमारे एटीएस के जवान शहीद सीताराम भाई, शहीद रविशंकर पारे और शहीद संजय पाल की आत्मा को तभी शांति मिलेगी जब इसे फांसी की सजा दी जाएगी।
फ्लाईओवर का हो नामकरण
अशोक पालीवाल ने आगे कहा कि शहर के लोगों की मांग है कि जिस तीन पुलिया में इन आतंकियों ने सीताराम भाई को गोली मारी थी, उस पर बन रहे फ्लाईओवर का नामकरण “शहीद सीताराम सेतु” के नाम पर किया जाए। साथ ही फ्लाईओवर की भुजाओं का नाम शहीद रविशंकर पारे मार्ग और शहीद संजय पाल मार्ग के नाम पर किया जाना चाहिए। फिलहाल आतंकी अबू फैजल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, जिससे खंडवा के लोगों में खुशी है।