पुणे हिट एंड रन केस में अब नाबालिग की मां भी हुई अरेस्ट, जानें क्या है वजह

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महाराष्ट्र के पुणे में हुए हिट एंड रन मामले में आया नया मोड़, अब पुलिस ने नाबालिग की मां शिवानी अग्रवाल को भी किया गिरफ्तार

महाराष्ट्र के पुणे में हुए हिट एंड रन मामले में लगातार नए अपडेट सामने आ रहे हैं. बेलगाम रफ्तार से चलाई जा रही पोर्शे कार ने दो पहिया वाहन चालकों को रौंद दिया था. इस मामले में नाबालिग समेत उसके परिवार को कई लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी कड़ी में अब पुलिस ने नाबालिग की मां को भी गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार 1 जून को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. दरअसल नाबालिग की मां शिवानी अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने बेटे को बचाने के लिए ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ की थी. बता दें कि इस मामले में नाबालिक का पिता, उसका दादा पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

अंडरग्राउंड हो गई थी शिवानी 
ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद जैसे ही शिवानी अग्रवाल को पता चला कि उसे कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है वह तुरंत अंडरग्राउंड हो गई थी. हालांकि पुलिस ने ताबड़तोड़ पूछताछ और सुरागों के आधार पर उसे दिनभर में खोज निकाला. मुंबई से पुलिस उसे पुणे ले आई और अब 1 जून शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाना है.

कौन-कौन हुआ गिरफ्तार
पुणे  पोर्शे हिट एंड रन केस में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. इस मामले में नाबालिग के साथ-साथ उसके पिता, उसके दादा और मां को अरेस्ट करने के अलावा पुलिस ने ससून अस्पताल के दो चिकित्सकों को भी अरेस्ट किया है. इसके अलावा कुछ अधिकारियों पर भी गाज गिरी है. उन्हें निलंबित किया गया है.

पुलिस जांच में खुली पोल
दरअसल मामले की जांच में जुटी पुलिस ने यह पाया कि नाबालिग के ब्लड सैंपल के साथ छेड़छाड़ हुई है. इसके बाद पुलिस ने पहले हॉस्पिटल और इसके बाद नाबालिग के घर वालों को दबोचना शुरू किया. नाबालिग की मां शिवानी ने बेटे को बचाने के लिए उसके नशे वाले सैंपल की जगह खुद का ब्लड सैंपल दे दिया था.

14 फोन कॉल के जरिए बदले गए ब्लड सैंपल
पुलिसिया जांच में ये बात सामने आई कि नाबालिग के पिता और डॉक्टरों के बीच एक के बाद एक 14 फोन कॉल किए गए. दोनों लगातार संपर्क में थे. इसी दौरान उनके नाबालिग बेटे के खून के नमूने को बदलने के काम को अंजाम दिया गया. दोनों के बीच जो बातचीत हुई वह वॉट्सऐप और फेसटाइम कॉल के जरिए की गई थी. ये सभी फोन कॉल 19 मई की सुबह 8.30 से 10.40 बजे के बीच हुए थे. जबकि नाबालिग के ब्लड सैंपल लेने का टाइम सुबह 11 बजे था.