अब इन शिक्षकों को नहीं मिलेगी स्टडी लीव, अगर छुट्टी ली तो कटेगी सैलरी
बिहार में प्रथम अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-वन) एवं द्वितीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-टू) से सरकारी विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों को उच्चतर योग्यता हासिल करने के लिए अध्ययन अवकाश (Bihar Teacher Study Leave) नहीं मिलेगा। इसके बदले उन्हें असाधारण अवकाश मिलेगा।
असाधारण अवकाश में उन्हें किसी प्रकार का वेतनादि देय नहीं होगा। इससे संबंधित निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया। यह निर्देश माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है।
DEO ने निदेशालय से मांगा था मार्गदर्शन
दरअसल, प्रथम अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-वन) एवं द्वितीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-टू) से सरकारी विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों द्वारा अध्ययन अवकाश की स्वीकृति के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आवेदन दिया गया है। इस पर जिला शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से मार्गदर्शन मांगा गया था।
नहीं मिलेगी स्टडी लीव
इसके मद्देनजर निदेशालय ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में नियमानुसार टीआरई-वन एवं-टू से नियुक्त शिक्षकों को अध्ययन अवकाश की स्वीकृति देय नहीं है।
अध्ययन अवकाश की जगह असाधारण अवकाश
तथापि, संबंधित शिक्षकों द्वारा उच्चतर योग्यता प्राप्त किए जाने को विभाग के हित में मानते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस प्रकार का अनुरोध-आवेदन प्राप्त होने पर संबंधित शिक्षकों को बिहार सेवा संहिता के नियम 180 एवं 236 के तहत वर्णित अवधि का नियमानुसार असाधारण अवकाश स्वीकृत किया जाए।
एलएलबी, यूजी वोकेशनल व एमएड में आज से नामांकन का अवसर
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (Patliputra University) सत्र 2024-25 में एलएलबी तीन व पांच वर्षीय कोर्स, यूजी वोकेशनल तथा एमएड की रिक्त सीटों पर नामांकन के लिए स्पाट राउंड का आयोजन करेगा। डीएसडब्लयू प्रो. एके नाग ने बताया कि स्पाट राउंड के तहत 26 से 29 अक्टूबर तक नामांकन स्वीकार किए जाएंगे। पूर्व में जो विद्यार्थी स्पॉट राउंड में नामांकन से वंचित रह गए है, वह पुराने स्पाट राउंड के ऑफर लेटर के साथ नामांकन ले सकते हैं।
अपने कागजात संबंधित महाविद्यालय में जाकर जमा करेंगे। संबंधित कॉलेज नामांकन का वैलिडेशन भी तत्काल करेंगे, जिससे रिक्त सीटों की स्थिति विश्वविद्यालय को ज्ञात होती रहेगी। प्रो. नाग ने कहा कि महाविद्यालय छात्रों की योग्यता की जांच अपने स्तर पर करेंगे। किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर संबंधित महाविद्यालय जिम्मेवार होगा।
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