केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरपुर के पताही हवाईअड्डा मैदान में अपने भाषण के दौरान कहा कि बिहार में जो जातीय सर्वे हुआ है उसमें मुस्लिम और यादवों की संख्या बढ़ाई गई है. लालू प्रसाद यादव के दबाव में यह संख्या बढ़ाई गई है. ईबीसी की आबादी को कम किया गया है. नीतीश कुमार और लालू यादव ने अतिपिछड़ा और पिछड़ा के साथ अन्याय किया है. इस पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि देश के गृह मंत्री हैं आए हैं अच्छी बात है. हमने उनका बयान सुना है कि यादव-मुस्लिम की सर्वे में संख्या बढ़ा दी गई और बाकी का कम कर दिया गया है. मैं तो यही कहना चाहूंगा कि अगर इतना ही गलत हुआ है तो अमित शाह देश भर में करा लें, कौन रोका है? फिलहाल जितने बीजेपी शासित राज्य हैं वहां भी करवा लें जातीय जनगणना. क्यों नहीं करवा रहे हैं?
तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र में जितने कैबिनेट मंत्री हैं बिहार से वो ओबीसी से हैं कि अतिपिछड़ा हैं? बीजेपी के जितने मुख्यमंत्री हैं उनमें कितने ओबीसी और अतिपछिड़ा से हैं? ये बकवास की बातें उन्हीं के मुंह से शोभा देती है. यहां बकवास बोलने आते हैं. झूठ बोलने आते हैं. कुछ है नहीं कहने के लिए।
जंगलराज वाले बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कलम बांटी जा रही और नौकरी दी जा रही है तो उस पर एक शब्द नहीं बोल रहे हैं. अमित शाह बताएं देश में बंट रही है कि नहीं? उनके प्रदेश में बंट रही है कि नहीं? जहां नौकरी दी जा रही है वहां जंगलराज हो ही नहीं सकता है. मंगलराज है. जहां नौकरी नहीं दी जा रही है वहां जंगलराज है. तेल-पानी की बात कर रहे हैं इस पर तेजस्वी ने कहा कि बेकार की बात है।