भागलपुर।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) के तत्वावधान में पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित तीन दिवसीय भव्य आयोजन ‘ऑक्टेव’ का आयोजन 28 से 30 अप्रैल तक भागलपुर के मायागंज स्थित हेरिटेज गार्डन में किया जाएगा।
इस आयोजन में असम, नागालैंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम — इन आठों राज्यों की लोककलाएं, पारंपरिक शिल्प और स्वादिष्ट व्यंजन प्रस्तुत किए जाएंगे। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ प्रदर्शनी एवं व्यंजनों का आनंद लिया जा सकेगा।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के प्रभारी निदेशक आशिस गिरि ने जानकारी दी कि इस आयोजन के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत की कला, संस्कृति और जीवनशैली को नजदीक से जानने का अनूठा अवसर मिलेगा। कार्यक्रम प्रभारी मदन मोहन मणि ने बताया कि इस दौरान पूर्वोत्तर के शिल्पकारों द्वारा तैयार पारंपरिक हस्तशिल्प और स्थानीय व्यंजनों की विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
विशेष आकर्षण के तौर पर प्रतिदिन शाम 6 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी, जिनमें शामिल हैं:
- विनीता देवी एवं दल द्वारा असम का लोकनृत्य
- डॉ. वाई. एच. सी. सी. द्वारा नागालैंड का सुमीनागा वार नृत्य
- छवि लाल प्रधान एवं दल द्वारा सिक्किम का निवारी एवं मारूनी नृत्य
- जान पेलागं एवं दल द्वारा अरुणाचल प्रदेश का योगजंग नृत्य
- देवीशीष रियंग एवं दल द्वारा त्रिपुरा का होजागिरी नृत्य
- जकरिमची एवं दल द्वारा मेघालय का वंगला नृत्य
- जोसांग्लुरा जोटे एवं दल द्वारा मिजोरम का सोलाकी नृत्य
‘ऑक्टेव’ कार्यक्रम के माध्यम से भागलपुरवासियों को पूर्वोत्तर भारत के विविध रंगों से रूबरू होने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।