पटना जिले के घाट अर्घ्य के लिए सज-धजकर तैयार हो गए हैं। गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के साथ तालाब और पार्कों में लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों के लिए नागरिक सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है।
वहीं, गंगा किनारे घाटों, पार्कों और तालाबों को तैयार कर लिया है। सुरक्षित, खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों को भी चिह्नित कर उनकी सूची जारी कर दी गई है। बुधावार तक सभी घाटों पर छोटी-छोटी कमियों को भी दूर कर लिया गया है। छठ व्रतियों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी घाटों पर पदाधिकारी और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। गुरुवार को पहले अर्घ्य की तैयारी पूरी हो गई है।
वहीं, छठ व्रतियों के लिए कलेक्ट्रेट घाट पर रेड कारपेट बिछाया गया है। कच्चे संपर्क पथों पर धूलकण न उड़े इसके लिए नियमित तौर पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। छठ व्रतियों को किसी भी तरह का दिक्कत नहीं हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है। जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा और नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कर्मियों और पदाधिकारियों को छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार रखने का निर्देश दिया है। सफाई कार्य में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस संबंध में नगर आयुक्त ने सभी सफाई कर्मियों और कार्यपालक पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है।
वहीं बात करें वैसे घाटों की जो सुरक्षित नहीं है तो उसमें टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट, गुलबी घाट, भरहरबा घाट और करनाल गंज घाट। ये वैसे घाट हैं जहां जलस्तर काफी कम होने के कारण छठ अर्घ्य के लिए उपयोगी नहीं है।