Ola, Uber, Rapido जैसे टैक्सी एग्रीगेटर ऐप की मनमानी से यूजर्स परेशान हैं। सामने आए एक सर्व में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। 84 प्रतिशत ड्राइवर्स कहां जाना है? पेमेंट मोड क्या है? जैसे सवाल पूछने के बाद राइड कैंसिल कर रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों को कैब के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। पिछले 24 महीनों में राइड कैंसिल करने के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है। ऐप का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को इसकी वजह से भारी परेशानी हो रही है।
लंबा होता कैब का इंतजार
Ola ने दिसंबर 2010 में अपनी सर्विस शुरू की थी, जबकि Uber ने 2013 में भारतीय बाजार में एंट्री ली थी। दिल्ली, बेंगलुरू, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों के बाद अब ये टीयर-2 शहरों में भी पहुंच गए हैं, लेकिन यूजर एक्सपीरियंस दिनों-दिन बद से बदत्तर होते जा रहे हैं। खास तौर पर पीक आवर्स में यूजर्स के लिए कैब का इंतजार लंबा हो रहा है।
हाल में आए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि पिछले 12 महीनों में 75 प्रतिशत यूजर्स ने ड्राइवर द्वारा राइड कैंसिल करने को बड़ी समस्या बताया है। 62 प्रतिशत यूजर्स का कहना है कि पिछले 1 साल में कैब सर्विस के लिए ओवरचार्ज लिया जा रहा है। इसके अलावा 48 प्रतिशत यूजर्स को कैब के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है। इस सर्वे में 11,119 यूजर्स भाग लिए थे।
कहां जाना है? जानकर राइड कर रहे कैंसिल
सर्वे में भाग लेने वाले 84 प्रतिशत यूजर्स का मानना है कि Ola, Uber या अन्य टैक्सी एग्रीगेटर ऐप्स के ड्राइवर गंतव्य स्थान, पेमेंट मोड आदि पूछने के बाद राइड कैंसिल कर रहे हैं। सर्वे में भाग लेने वाले 10,948 यूजर्स में से 79 प्रतिशत यूजर्स का मानना है कि कैब बुक करने के बाद ड्राइवर ‘कहां जाना है?’ पूछने के बाद राइड कैंसिल कर रहे हैं। वहीं, 47 प्रतिशत यूजर्स का कहना है कि ड्राइवर पेमेंड मोड डिजिटल होने की बात जानकर राइड कैंसिल कर देते हैं। कल सर्किल के इस सर्वे में कुल 44 हजार यूजर्स ने हिस्सा लिया था, जिनमें से अलग-अलग समस्याओं के लिए यूजर्स ने अपनी राय प्रकट की है।