मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बार फिर से पाला बदलने के खबर कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारे में चल रही है. मुख्यमंत्री ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ एक कार्यक्रम में इसका खंडन करते हुए कहा था कि ‘दो बार हम गलती कर चुके हैं, अब गलती नहीं करेंगे.’ नीतीश कुमार के इस बयान के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाए थे और सबके सामने माफी मांगी थी, तबा गठबंधन में लिये थे. तेजस्वी यादव के इस बयान पर जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
“इतिहास गवाह है, नीतीश कुमार जहां खड़े हैं वही हैं. उनके साथ लोग आ रहे हैं लोग जा रहे हैं यह तो उन लोगों से पूछना चाहिए कि क्यों साथ में आते हैं. आखिर नीतीश कुमार में क्या खासियत है, जो उनके साथ आते हैं.”- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
उनको राजगद्दी चाहिएः जदयू मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार में जो खूबी है, जो खासियत है बिहार के विकास के लिए जो काम किया है जिनको पसंद है वह साथ में आते हैं. जिनको पसंद नहीं है वह चले जाते हैं. जिनको कुर्सी प्यारी है वह इधर-उधर की बात करते हैं. मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना कहा कि सबको मालूम है उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. श्रवण कुमार के इस बयान के बाद भाजपा को भी जवाब देना पड़ सकता है कि वो क्यों बार बार नीतीश के साथ आ रही है।
नीतीश के बयान पर राजनीति तेजः बता दें कि नीतीश कुमार ने आईजीआईएमएस में नेत्र अस्पताल के उद्घाटन मौके पर कहा था कि ”मुझसे दो बार गलती हुई कि मैं उनके (महागठबंधन) साथ चला गया था. हमारा (NDA) शुरू से रिश्ता था, 1995 से यह रिश्ता चला आ रहा है. बीच में कभी दो बार गलती हुई, मैं ‘इधर-उधर’ हुआ लेकिन अब नहीं होगा.” उनके इस बयान पर लालू यादव ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था- ”नीतीश कुमार नहीं आएंगे तो नहीं आएं. तेजस्वी यादव यात्रा पर निकले हैं. पूरे राज्य में वह यात्रा करेंगे.”