अक्षय नवमी (आंवला नवमी) पर रविवार को श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने सुबह से ही मंदिरों और घरों में आंवला के पेड़ की पूजा की। पूजन से पहले श्रद्धालुओं ने सुबह बरारी पुल घाट व सीढ़ी घाट में गंगा स्नान किया। इसके बाद अपने-अपने घरों में सत्यनारायण भगवान की पूजा करायी।
बूढ़ानाथ मंदिर के बाल्मिकी सिंह ने बताया कि मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा की गयी। यहां पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। वहीं आदमपुर शिवशक्ति मंदिर में महंत अरुण बाबा के नेतृत्व में आंवला के पेड़ की पूजा की गयी। मंदिर से जुड़े दिनेश मंडल ने बताया कि नवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। मौके पर अर्बन, विवेक यादव, रामानंद तिवारी, राजेश कुमार, रवि कुमार, सौरभ आदि मौजूद थे। वहीं संकट मोचन दरबार के पंडित चंद्रशेखर झा ने बताया कि श्रद्धालुओं ने पेड़ के पास लड्डू और पकवान चढ़ाए। उन्होंने बताया कि इस दिन आंवला का रस मिलाकर स्नान करने की भी परंपरा रही है। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल नवमी को अक्षय नवमी कहते हैं। आंवला पूजन करने से परिवार में आरोग्यता के साथ सुख-समृद्धि आती है।