बिहार में नवनिर्वाचित एनडीए सरकार का शक्ति परीक्षण 12 फरवरी को होने की संभावना है। लेकिन इसे पूर्व बिहार के कांग्रेस विधायकों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह तेलंगाना के शमशाबाद एयरपोर्ट रविवार को पहुंच गये। इस दौरान कांग्रेस के सभी विधायकों और नेताओं ने फोटो सेशन भी किया। कांग्रेस विधायकों को हैदराबाद लाए जाने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि “घूमाने के लिए ले गए हैं घूमाने दीजिए। दिल्ली आए थे अब उनको हैदराबाद ले जा रहे हैं तो अच्छी बात है।
उन्होंने कहा कि विधायक घूमेंगे और नवाबों के शहर को देखेंगे। हमारे पास 128 विधायक हैं तो हमें उनकी जरूरत नहीं हैं। हमें कांग्रेस और राजद का समर्थन नहीं चाहिए। हमें जनता का समर्थन चाहिए। जनता के बल पर NDA की सरकार 2020 में बनी है। ये बीच में चोरी करने के लिए कुछ लोग आए थे तो सबका इलाज होगा।”
वही हैदराबाद पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह कहा कि “नई सरकार बनी है, हम सभी यहां के मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे हैं, मुख्यमंत्री से मिलेंगे और उन्हें बधाई देंगे।” शमशाबाद एयरपोर्ट पर मदन मोहन झा सहित कांग्रेस के 16 विधायक मौजूद रहे। सभी विधायकों का एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया।
दरअसल कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का लगातार डर सता रहा है. बिहार में सत्ता परिवर्तन होने के बाद ही कांग्रेस में लगातार टूट की खबरें आ रही हैं. इससे पहले कांग्रेस ने अपनी पार्टी को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को बिहार भेजा गया था. 29,30 और 31 जनवरी को कांग्रेसी विधायकों को राहुल गांधी की बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बहाने पूर्णिया में रोके रखा गया था. उसके बाद उन्हें झारखंड जाने को कहा गया. फिर दिल्ली बुलाया गया औऱ अब हैदराबाद इन्हें लाया गया है।