बिहार के भागलपुर जिले में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ मंदिर समेत जिले के अन्य शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ देखने को मिल रही है. सुल्तानगंज में दूर-दराज से भक्त पैदल कांवर लेकर बाबा भोले को जल चढ़ाने पहुंचे हैं, इस दौरान बिहार व दूसरे प्रेदशों से आए लाखों शिव भक्तों ने उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगाई।
सुल्तानगंज में शिव भक्तों की भीड़: दरअसल महाशिवरात्रि के दिन हर साल की तरह इस साल भी बिहार व झारखंड के शिव भक्त अजगैबीनाथ के उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगाया. स्नान के बाद भक्तों ने बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती पर जल चढ़ाकर अपने जीवन में सुख शांति की कामना की. वहीं हजारों कांवरियां कांवर लेकर बोल-बम व हर-हर महादेव के नारे के साथ यहां से जल लेकर देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम के लिए पैदल या फिर वाहन से रवाना हुए।
बुढ़ानाथ मंदिर में बाबा का श्रृंगार: इधर भागलपुर जिले के बुढ़ानाथ मंदिर में गन्ने की रस एवं मधु के साथ बाबा का श्रृंगार किया जा रहा है. बताया गया कि 4 बजे सुबह से ही आरती कर शिव भक्तों ने शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुरू किया. मंदिर को भी सजाया-संवारा गया है, जिससे मंदिर काफी सुंदर लग रहा है. जिले के सभी शिवालयों में मेला जैसा माहौल बन गया है।
‘इस दिन भगवान भोले पूरी करते हैं मन्नत’: मंदिर के पुजारी ने बताया कि महाशिवरात्रि का त्यौहार अपने आप में काफी महत्वपूर्ण और अनोखा त्यौहार है. अहले सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था. उन्होंने बताया कि इस दिन भगवान शिव की उपासना करना काफी फलदाई माना जाता है. शिवरात्रि के दिन भगवान भोले अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
“आज हमारे बाबा भोलेनाथ के विवाह का दिन है. आज का त्यौहार बाबा भोलेनाथ, मईया पार्वती की पुजा-पाठ कर काफी उत्साह के साथ मनाते हैं. हम सभी बाबा को जल चढ़ाने आए हैं.”- शिवभक्त
मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम: महाशिवरात्रि को लेकर सभी शिवालयों के बाहर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. बुढ़ानाथ मंदिर, भूतनाथ मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, बरारी पिपली धाम, मानस कामना नाथ मंदिर के अलावे सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. इसको लेकर सुलतानगंज थानाध्यक्ष प्रिय रंजन ने जानकारी दी कि “महाशिवरात्रि पर लाखों की संख्या में भक्त पूजा करने पहुंचे हैं. ऐसे में किसी को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इस बार मंदिर परिसर में भीड़ अधिक होने पर सैफ के जवानों को लगाया गया है.”