पटना: बिहार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि ‘अब हमारा समय है।’ उन्होंने यह बात राज्य को अपने दूसरे निवेशक सम्मेलन में रिकॉर्ड 1.81 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिलने के बाद कही। मिश्रा ने कहा कि अब हमारा ध्यान निवेशकों के साथ किए गए सभी वादों के लिए समर्थन प्रदान करने पर केंद्रित रहेगा, ताकि इकाइयां शीघ्र शुरू हो सकें।
“अब से एक नए बिहार का उदय होगा”
मिश्रा ने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत खुश और संतुष्ट हूं, और मैं उद्योग विभाग में अपनी टीम का आभारी हूं, जो पिछले कुछ महीनों से कड़ी मेहनत कर रही है, विभिन्न राज्यों में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित कर रही है, व्यापारिक समुदाय के साथ बातचीत कर रही है, बिहार के लाभ के लिए प्रयास कर रही है।” पिछले सप्ताह ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ निवेशक सम्मेलन के दूसरे संस्करण में राज्य ने कई कंपनियों के साथ 1.81 लाख करोड़ रुपये की निवेश प्रतिबद्धता वाले कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हमें भी इस तरह के आंकड़े की उम्मीद नहीं थी। अब से एक नए बिहार का उदय होगा।” सम्मेलन की बड़ी सफलता के बाद निवेशक समुदाय ने बिहार को निजी पूंजी के लिए भी आकर्षक स्थान के रूप में देखना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बिहार के बारे में लोगों की जो धारणा थी (कि राज्य निवेशकों के लिए कम अनुकूल है) वह मिथक खत्म हो चुका है। अब (मुख्यमंत्री) नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक नए बिहार का उदय हो रहा है और मैं इस बात को लेकर पूरी तरह सकारात्मक हूं कि आने वाले वर्षों में जब ये सहमति पत्र परियोजनाओं में तब्दील हो जाएंगे, तो इनका बड़ा प्रभाव होगा।” अब तक पिछड़े माने जाने वाले राज्य ने 19-20 दिसंबर को अपने दूसरे निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024′ में 423 कंपनियों के साथ निवेश प्रतिबद्धताओं पर हस्ताक्षर किए।
‘बिहार का समय आ गया‘
मिश्रा ने कहा कि 2023 में निवेशक सम्मेलन के पहले संस्करण में 50,300 करोड़ रुपए की निवेश प्रतिबद्धताएं प्राप्त हुई थीं। मिश्रा के सीईओ शैली के कामकाज के तरीके ने राज्य के बारे में एक निवेश गंतव्य के रूप में धारणा में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बिहार में अब सबसे बेहतरीन बुनियादी ढांचे- सड़कों और राजमार्गों से लेकर लगभग 24 घंटे बिजली, औद्योगिक पार्क और विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) तक की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा से लेकर पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर खाद्य प्रसंस्करण और कई अन्य क्षेत्रों में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए। ‘बिहार एक ऐसी जगह है जहां आपको वृद्धि के लिए अधिकतम अवसर मिलेंगे।’ उन्होंने कहा, “अब हमारा समय है… बिहार का समय आ गया है।” मिश्रा ने कहा कि अब ध्यान अपेक्षित मंजूरी और अनुमोदन के अनुसार समझौता ज्ञापनों को परियोजनाओं में परिवर्तित करने पर केंद्रित होगा।