गुरुवार को हुए भारतीय कुश्ती संघ यानी WFI के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय कुमार सिंह की जीत हुई है। अब संजय सिंह WFI के नए अध्यक्ष हैं। संजय की जीत पर उन पहलवानों ने निराशा व्यक्त की थी जिन्होंने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया थी और योन शोषण के आरोप लगाए थे। इस परिणाम के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था। वहीं, शुक्रवार को बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है। अब बजरंग के इस ऐलान पर खेल मंत्रालय का भी बयान सामने आ गया है।
बजरंग पुनिया का निजी फैसला- खेल मंत्रालय
बजरंग पूनिया द्वारा पद्मश्री लौटाने के ऐलान के खेल मंत्रालय ने बयान जारी किया है। पीटीआई के मुताबिक, खेल मंत्रालय के सूत्रों ने कहा- “पद्मश्री लौटाना बजरंग पूनिया का निजी फैसला है। WFI के चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से हुए हैं।” खेल मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हम अब भी बजरंग से पद्मश्री लौटाने के फैसले को बदलने की मांग करेंगे।
पूनिया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्म श्री पुरस्कार वापस लौटाने के साथ सोशल मीडिया पर जो बयान जारी किया है। उन्होंने लिखा कि मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जीत को वापस लौटा रहा हूं, कहने के लिए बस मेरा ये पत्र है और यही मेरा बयान है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें बजरंग पूनिया फुटपाथ पर ही अपना पद्म श्री पुरस्कार रख कर वापस लौटते दिखाई दे रहे हैं।
साक्षी मलिक से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी
इस बीच अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी साक्षी मलिक के आवास पर पहुंची। यहां उन्होंने साक्षी मलिक से मुलाकात की और कहा कि वह एक महिला के नाते यहां आई हैं। प्रियंका गांधी ने यहां कहा, मिमिक्री से प्रधानमंत्री आहत हो गए हैं। लेकिन देश का मान बढ़ाने वाली बेटी के यौन शोषण से आहत नहीं हुए। जो खिलाड़ी हमारा गौरव हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से देश का झंडा ऊंचा किया। उनके साथ यह सरकार और कितना अत्याचार करेगी।