देश के महान शिक्षाविद् और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 136वें जन्मदिन पर आज 5 सितंबर को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाया गया। तमाम स्कूल-कॉलेज और कोचिंगों में इसे बड़े ही हर्षोल्लास साथ मनाया जा रहा है। इस दिन बच्चे अपने शिक्षकों के सम्मान में रंगारंग कार्यक्रम करते हैं और पूर्व राष्ट्रपति का जन्मदिन मनाते हैं। एक ओर जहां शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस की धूम मची हुई है वही राजधानी पटना में शिक्षक हाथ में कटोरा लेकर प्रदर्शन करते देखे गये।
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पार्टी दफ्तर का शिक्षकों ने घेराव कर दिया और भीख में वेतनमान दिये जाने की मांग मुख्यमंत्री से की। शिक्षकों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से यह गुहार लगाई कि हम लोगों को भी पेट में कुछ दीजिए, हमें भी वेतनमान दीजिए जिसके कि हम भी अपना सिर उठाकर जी सकें। हाथ में कटोरा लेकर वित्तरहित शिक्षकों ने पटना के जेडीयू दफ्तर के समक्ष जमकर प्रदर्शन और घेराव किया और कटोरे में वेतनमान डालने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें 35 साल से वेतन नहीं मिला है। धरना प्रदर्शन करते-करते वो अब थक चुके हैं। इसलिए अब अपने मुख्यमंत्री से वेतनमान की गुहार लगा रहे हैं। यदि वो हम पर ध्यान दिये होते तो आज शिक्षक दिवस पर कटोरा हाथ में लेकर प्रदर्शन करने की नौबत नहीं आती। हम लोग भूखे और गरीब हैं इसलिए कटोरा हाथ में लेकर सरकार से वेतनमान की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनुदान दिया है अब वही वेतनमान भी देंगे। उनसे वित्त रहित शिक्षक बड़ी उम्मीद लगाकर शिक्षक दिवस के दिन पटना आए हैं और हाथ में कटोरा लेकर भीख मांग रहे हैं। उनको पूरा विश्वास है कि उनके खाली कटोरे को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही भरेंगे।