बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के द्वारा माइक बंद करने के आरोप पर चिराग पासवान ने पलटवार किया है. चिराग पासवान ने कहा कि ‘ममता बनर्जी नीति आयोग की बैठक से यह कहकर बाहर निकल गई कि उनका माइक बंद कर दिया गया.’ यह पूरी तरह से गलत बात है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक में जो लोग भी भाग लेते हैं उन्हें एक समय सीमा के अंदर बात कहनी होती है।
ममता बनर्जी अपने समय सीमा के अंदर बात को कह नहीं पाई. ऐसा नहीं है कि उस समय में उनका माइक बंद कर दिया गया. उनसे रिक्वेस्ट किया गया कि वह अपने बात को शॉर्टकट में कहें लेकिन वे बैठक से उठकर बाहर चली गई. चिराग पासवान ने कहा कि उस बैठक में वे भी मौजूद थे. कहा कि विपक्ष ने एक सोची समझी रणनीति के तहत ममता बनर्जी ने काम किया है. ये आचरण पूरी तरह से गलत है।
चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से वे बीच बैठक को छोड़कर आरोप लगाते हुए चली गयी. मुझे लगता है कि ये आचरण गलत है. अगर उन्हें अपनी बात रखनी है या नाराजगी है तो वहीं पर रखना चाहिए थे. बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री उनकी बात सुनना चाहते थे लेकिन वे माइक बंद करने का आरोप लगाकर बैठक से निकल गयी. माइक बंद करना किसी के हाथ में नहीं है बल्कि खुद उस व्यक्ति के हाथ में हैं जिसके सामने माइक है।