अयोध्या राम मंदिर में आज सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। इस मौके पर देश भर में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में सर्वधर्म सद्भाव रैली की शुरुआत की। विभिन्न धर्मगुरुओं और पार्टी नेताओं के साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख बनर्जी ने कोलकाता के हाजरा मोड़ से ‘संगति मार्च’ शुरू किया। सफेद और नीली बॉर्डर वाली सूती साड़ी पहने और गले में शॉल लपेटे बनर्जी को सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन करते देखा गया।
पूजा अर्चना के बाद रैली शुरू
मुख्यमंत्री ने शहर के कालीघाट मंदिर में पूजा अर्चना के बाद रैली शुरू की। इससे पहले बनर्जी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का ‘चुनावी हथकंडा’ बताकर आलोचना की थी। मुख्यमंत्री हाजरा मोड़ से रैली का नेतृत्व कर रही हैं। इस दौरान वह मस्जिदों, गिरिजाघरों, गुरुद्वारे सहित विभिन्न धर्मों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न पूजा स्थलों का दौरा करेंगी। रैली का समापन पार्क सर्कस मैदान में एक विशाल सभा के साथ होगा।
हाजरा क्रॉसिंग से रैली शुरू
टीएमसी की ‘सद्भभावना रैली’ को लेकर कोलकाता में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रैली में सभी धर्म के लोग शामिल हैं। बता दें कि प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘सद्भावना रैली’ निकाले जाने का ऐलान करते हुए कहा था कि यह रैली सभी धर्मों के लोगों के लिए होगी, जैसे कि मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे में जाने वाले लोग भी रैली में शामिल हो सकेंगे। रैली में आम लोगों को शामिल होने का आह्वान किया गया था। रैली पार्क सर्कस मैदान में समाप्त होगी और वहां एक सार्वजनिक सभा आयोजित की जाएगी। ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं को शाम 3:00 बजे हर जिले और वार्ड में ‘सद्भावना रैली’ करने का आदेश दिया था।
“जो सबको साथ लाए, सबकी बात करे”
सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन कर बीजेपी वोट जुटाने की चाल चल रही है। उन्होंने कहा था कि मैं ऐसे उत्सवों का समर्थन नहीं करती हूं, जो दूसरे समुदाय को शामिल ना करें। साउथ 24 परगना में एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा था कि मैं ऐसे त्योहार में भरोसा करती हूं, जो सबको साथ लाए, सबकी बात करे। आपको जो करना है करो, आपको लोकसभा चुनाव के पहले ऐसी तिकड़म लगानी है, लगाओ, मुझे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों को दरकिनार करना सही नहीं है, जब तक मैं जिंदा हूं, हिंदू और मुस्लिमों के बीच भेदभाव नहीं होने दूंगी।