बिहार की राजधानी पटना में अभी भी लोग सड़क को तरस रहें है. मामला पटना सिटी के मेहंदीगंज में वीरूवाचक इलाका अब भी सड़क को मजबूर है. बता दें कि यह कॉलोनी चारों तरफ से बरसात के पानी से घिर गया है. करीब एक सौ घरों से बना ये कॉलोनी सड़क नहीं होने से चचरी पुल के सहारे है. इस कॉलोनी के मुख्य मार्ग तक आने-जाने के लिए कोई सड़क नहीं है. जिससे लोग चचरी के सहारे ही आना-जाना करते हैं. हालांकि बरसात आते ही लोगों की जिंदगी बद से बदतर हो जाती है।
बता दें कि कई महीनों तक बरसात के जलजमाव के कारण लोग घर में बंद हो जाते हैं. मनो इनकी जिंदगी रुक जाती है. छोटे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है. बच्चों को चचरी पर आने जाने से डर लगा रहता है. साथ ही बीमार मरीज जो चल नहीं पाते है उनको ले जाने में बहुत परेशानी होती है. लोगों का कहना है कि सबसे बड़ी परेशानी रात के वक्त अपने घर में आने-जाने में होती है।
वहीं लोगो ने बताया कि कई बार हादसा हो गया है . स्थानीय लोगों ने बताया कि चचरी पुल टूट जाने से अनियंत्रित होकर गिरने से कई बार हादसा हो चुका है. कॉलोनी के लोगों ने कहा कि पार्षद और सरकार से इलाके में सड़क निर्माण की मांग की है, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो सका है. बता दें कि एक तरफ सरकार पटना को स्मार्ट सिटी बनाने पर लगी हुई है. वहीं दूसरी तरफ इस कॉलोनी की स्थिति है कि यह एक सड़क को लोग मजबूर है. कॉलोनी के लोग बरसात के मौसम में कई महीनों तक हाउस अरेस्ट हो जाते है।