पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में आने की चर्चा जोरों पर है. हालांकि न तो निशांत और न ही सीएम ने इसको लेकर कोई बयान दिया है लेकिन अटकलों का बाजार गर्म है. वहीं अब इस पर पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अगर निशांत राजनीति में आएं तो अच्छी बात है, क्योंकि कुछ लोग जेडीयू को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
‘राजनीति में निशांत को आना चाहिए’
तेजस्वी ने कहा कि शरद यादव ने जनता दल यूनाइटेड का गठन किया था. उन्होंने समाजवाद की विचारधारा पर चलते हुए इस पार्टी को आगे बढ़ाया लेकिन दूसरे माइंडसेट के कुछ लोग इस पार्टी को हाईजैक करना चाहते हैं. इस पार्टी के भविष्य के लिए यही अच्छा होगा कि निशांत कुमार राजनीति में आएं और पार्टी को बचाएं।
‘परिवारवाद’ के बहाने नीतीश को घेरा
नेता प्रतिपक्ष ने ‘परिवारवाद’ के बहाने मुख्यमंत्री पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में परिवारवाद के खिलाफ नीतीश कुमार कितना भाषण देते थे. उनके मंत्रिमंडल को देखें तो 80 फीसदी लोग परिवारवाद वाले लोग ही मंत्री बने हुए हैं. अपने बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मैं जब राजनीति में आया तो पहले संघर्ष किया. बिना कोई पद लिए दो बार बिहार का दौरा किया और उसके बाद पहली बार 2015 में चुनाव लड़ा।
“अच्छा है, अगर निशांत जी राजनीति में आते हैं तो लेकिन 2024 में नीतीश कुमार जी परिवारवाद पर कितना भाषण देते थे. उनके मंत्रिमंडल में 80 पर्सेंट जो परिवारवाद वाले ही मंत्री बने हुए हैं. हम तो जब राजनीति में आए थे, तब पार्टी विपक्ष में थी. आए और संघर्ष किए, इसलिए निशांत जी भी आएं और संघर्ष करें.”- तेजस्वी यादव, नेता, राष्ट्रीय जनता दल
‘सीधा आदमी हैं निशांत’
निशांत कुमार के बारे में बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर निशांत कुमार राजनीति में आना चाहते हैं तो जरूर आएं लेकिन संघर्ष का रास्ता चुनें. उन्होंने कहा कि उनसे हमारी कई बार मुलाकात हुई है. हालांकि लगातार भेंट नहीं होती है लेकिन ये जरूर है कि निशांत सीधे आदमी हैं।
महाकुंभ भगदड़ पर क्या बोले तेजस्वी?
वहीं महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कुंभ में सरकार अपने प्रतिनिधि को भेजें और वहां जो डेड बॉडी फंसी हुई है, उनको लाने का प्रयास करना चाहिए. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार और केंद्र सरकार से मुआवजे की भी मांग की है।