चंद्रयान-3 के सफल होने के साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है। अब तक किसी और देश ने ऐसा कोई कीर्तिमान नहीं रचा है। इस मिशन के सफल होने के बाद रविवार को ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा कि चंद्रमा की सबसे अच्छी तस्वीर हमारे पास है। केवल हमारे पास ही रियल रेजोलिथ की सबसे करीब की तस्वीर है। ये काफी बहुमुल्य हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं हैं। वे सभी(तस्वीरें) आएंगे लेकिन थोड़ी देर से क्योंकि वे सभी हमारे कंप्यूटर केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष यान और अन्वेषण मिशन डेटा सेंटर में आएंगे। वहां से वैज्ञानिक बड़ी मात्रा में मूल्यांकन करेंगे।’
विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की क्या है स्थिति?
इस पर मीडिया से बात करते हुए इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि, अभी सबकुछ ठीक से काम कर रहा है। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की स्थिति बिल्कुल अच्छी है। और उन पर लगे पांचों उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं।
उन्होंने आगे बताया कि, हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में, 3 सितंबर से पहले 10 दिन शेष रहते हुए, हम सभी प्रयोग पूरे करने में सक्षम होंगे।
गगनयान मिशन पर क्या बोलें इसरो प्रमुख?
इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि, गगनयान के लिए भी हमारी वही टीम है। मेरे पास कोई आदित्य टीम, चंद्रयान टीम या गगनयान टीम नहीं है। हमारी एक ही टीम है। वे अपना अत्याधुनिक काम करेंगे। चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद पूरे आत्मविश्वास के साथ, हम गगनयान मिशन के लिए भी बेहरत काम करेंगे।