बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया है। राष्ट्रगान के अपमान को लेकर विपक्षी सदस्य सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के बीच सीएम नीतीश कुमार उनके ठीक बगल में खड़े दीपक कुमार से बातचीत करते नजर आए थे। विपक्षी दलों का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। आज विधानसभा के बाहर और भीतर दोनों ही सदनों में विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि हम व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री का पूरा सम्मान करते हैं लेकिन जब कोई राष्ट्रगान का अपमान करगा तो इसे हिन्दुस्तान किसी कीमत पर नहीं सहेगा। इसके बाद स्पीकर ने कहा कि शून्यकाल में इस मुद्दे पर बात कीजिएगा। जिसके बाद तेजस्वी ने बात रखने के लिए समय की मांग की लेकिन स्पीकर ने समय देने से इनकार कर दिया। इसके बाद विपक्षी दल के सदस्य सदन के भीतर हंगामा करने लगे। लगातार हंगामे की बीच प्रश्नकाल जारी रहा।
इसी बीच सरकार की तरफ से मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसके ऊपर जवाब दिया। मंत्री ने कहा कि अगर कार्यस्थगन की सूचना है तो कार्य स्थगन की सूचना पढ़ने का समय भी निर्धारित है। राष्ट्रगान या राष्ट्रीय परंपराओं के लिए मुख्यमंत्री की कितना सम्मान है यह बिहार की जनता अच्छी तरह से जानती है। इसे जबरदस्ती किसी को समझाने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री हमेशा राष्ट्र के सम्मान के लिए प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं। इनको किसी दूसरे से समझने की जरुरत नहीं है।
इसके बाद विपक्ष के विधायक वेल में पहुंच गए और रिपोर्टिंग टेबल को पटकने लगे। मार्शल पोस्टर लहरा रहे विधायकों से पोस्टर छीन रहे थे। मार्शल टेबल पकड़कर खड़े रहे। स्पीकर ने विधायकों को डांटा औऱ कहा कि गलत काम नहीं कीजिए। सदन में विपक्ष के विधायकों ने भारी हंगामा किया। विपक्ष के हंगामा के वजह से स्पीकर ने पहली बार बजट सत्र में सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।