बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को विपक्षी एकता की मीटिंग होगी। इससे पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने चेतावनी दी है कि अगर कांग्रेस केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अभियान का समर्थन नहीं करती है तो वॉकआउट करेगी।
आप सूत्रों ने कहा, ‘कांग्रेस को दिल्ली अध्यादेश के मुद्दे पर हमारा समर्थन करना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करती है तो हम विपक्ष की बैठक का बहिष्कार करेंगे और भविष्य में विपक्षी बैठकों से दूर रहेंगे।’ फिलहाल कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया है।
मीटिंग में केजरीवाल उठाएंगे अध्यादेश का मुद्दा
दिल्ली में ट्रांसफर पोस्टिंग का हक सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को दिया था। लेकिन केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश ले आई थी। यह अध्यादेश अभी राज्यसभा से पास होना है। अरविंद केजरीवाल पटना मीटिंग में इस मुद्दे को उठाएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि कांग्रेस शुक्रवार को विपक्ष की बैठक में अध्यादेश पर अपना रुख साफ करेगी। केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना होगा, क्योंकि बैठक में अन्य सभी राजनीतिक दल उसकी स्थिति के बारे में पूछेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने और इसे संसद के माध्यम से कानून बनने से रोकने के प्रयास में कई गैर-भाजपा दलों के नेताओं से मुलाकात की है।
कांग्रेस ने कहा- न आएं कोई फर्क नहीं पड़ता
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपना फिर से एक नाटकीय बयान दिया है कि कांग्रेस अगर अपना अध्यादेश के मुद्दे पर रुख साफ नहीं करेगी तो वो पटना में कल होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होंगे। केजरीवाल जी आपको कोई मिस नहीं करेगा..आप वहां जाए या न जाए। हम लोग तो पहले से ही जानते थे कि विपक्ष की बैठक में न शामिल होने के लिए आप तो बहाने ढूंढ रहे थे। आपको बता दूं कि ये देश की चिंता करने वालों की बैठक है… सौदाबाजों की बैठक नहीं है।