बिहार विधानसभा में मॉनसून सत्र के चौथे दिन की कार्यवाही के दौरान भारी हंगामा होता दिखा। यूथ कांग्रेस नेताओं की बुधवार को पटना में पुलिस क ओर से की गई पिटाई, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने और भ्रष्टाचार जैसे तमाम मुद्दों को लेकर सदन के अंदर विपक्षी दलों का जोरदार हंगामा हुआ। हंगाम इतना ज्यादा हो गया कि बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्षी दल के नेता सदन के वेल में आ गए और धरने पर बैठे गए। धरना देने वालों में राजद, कांग्रेस और वाम दलों के विधायक रहे।
इससे पहले बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन यूथ कांग्रेस के सदस्यों पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज के खिलाफ था। वामदलों ने भी दलितों और वंचितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई।
गुरुवार को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा दिन था। सदन में सीएजी की रिपोर्ट पेश की जानी थी। इससे पहले ही कांग्रेस विधायक आक्रामक तेवर में दिखे। उन्होंने सदन के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध किया। दरअसल, एक दिन पहले ही पटना में यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने बजट को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था। पुलिस और यूथ कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी थीं। इस लाठीचार्ज में यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता घायल हुए थे। कुछ पुलिस वालों को भी चोटें आई थीं। इसी घटना के विरोध में कांग्रेस विधायक सदन पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।