पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद आजओसामा शहाब सिवान मंडल कारा से बाहर आ गए हैं. इस दौरान जेल के बाहर उनके हजारों समर्थक सुबह से ही मौजूद थे. ओसामा शहाब के बाहर आते ही उनके समर्थकों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया और नारे भी लगे. ओसामा शहाब जैसे ही जेल की गेट से बाहर निकले शेर आया शेर आया के नारे लगने लगे।
जेल से बाहर आए ओसामा शहाबःबता दें कि सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र मारपीट और गोलीबारी के मामले में तकरीबन तीन महीने से जेल से में बंद थे. बुधवार को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई हुई है, जेल से निकलने के बाद जैसे ही ओसामा अपने घर के लिए निकले, पीछे-पीछे समर्थक भी उनके घर पहुंच गए. जहां लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई।
दो मामलों दर्ज था ओसामा पर केसः दरअसल शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब पर सबसे पहले मामला हुसैनगंज थाना क्षेत्र के छपिया बुजुर्ग स्थित 42 कट्ठा जमीन विवाद में दर्ज हुआ था, उसके बाद मोतिहारी में उनके बहनोई के आपसी जमीन विवाद में भी ओसामा पर प्राथमिक दर्ज हुई थी, अभी यह सब चल ही रहा था कि ओसामा शहाब कोटा के राजस्थान में ट्रैफिक पुलिस के द्वारा वह पकड़े गए थे, जिन्हें राजस्थान पुलिस ने तुरंत छोड़ दिया था, लेकिन ओसामा को गिरफ्तार करने के लिए हुसैनगंज पुलिस कोटा पहुंच गई और अपने साथ बिहार लाई।
पटना हाईकोर्ट से मिली जमानत: इसके बाद न्यायालय के आदेश पर ओसामा को मंडल कारा भेज दिया गया, कुछ दिन के बाद ओसामा शहाब को हुसैनगंज मामले में जमानत सिवान कोर्ट के द्वारा ही मिल गई थी, लेकिन मोतिहारी में दर्ज FIR मामले में वह जेल में बंद थे, जहां उनके द्वारा मोतिहारी व्यवहार न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल तो की गई, लेकिन माननीय कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर दिया. इसके बाद ओसामा शहाब ने पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अंतत: उन्हें जमानत मिल गई. जिसके बाद आज वह जेल से रिहा कर दिए गए।
क्या 2024 में बदलेगी तस्वीर?:बता दें कि सिवान के पूर्व सांसद दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा जब से सिवान जेल में बंद हैं, तब से उनके समर्थकों द्वारा यह कहा जा रहा है कि उनको राजनीति के तहत फंसाया गया है. उन्हें जेल में बंद करवाया गया है. आपको बता दें कि शहाबुद्दीन परिवार बिहार में एक मुस्लिम नेता का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है. जो बिहार की राजनीतिक तस्वीर बदलने की क्षमता रखता है।
जेल के बाहर पहुंचे लोजपा नेताःअब सवाल यह है कि ओसामा तो जेल से आज कोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिए गए, तो क्या अब बिहार की राजनीति नई करवट लेगी. उनके समर्थकों को इन तमाम सवालों के जवाब का इंतजार है. बताते चलें कि ओसामा शहाब की रिहाई के वक्त लोजपा नेता इमाम गजाली भी जेल गेट पर नजर आए थे. कहीं ना कहीं अंदर कुछ खिचड़ी जरूर बन रही है. हालांकि अभी तक परिवार की तरफ से पार्टी या राजनीति को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है।
शहाबुद्दीन परिवार के संपर्क में हैं गजालीःसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोजपा नेता इमाम गजाली लगातार शहाबुद्दीन परिवार के संपर्क में हैं और वह शहाबुद्दीन परिवार की वकालत जोर-शोर से मजबूती के साथ करते हुए कैमरे पर भी कई बार नजर आ चुके हैं, लेकिन अब कुछ ही महीना में चुनाव का की तारीखों का ऐलान होना है ऐसे में शहाबुद्दीन परिवार का क्या स्टैंड है. इस पर सब की नजर टिकी हुई है।