तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को वोटिंग की जाएगी। इस बीच सभी राजनीतिक दलों व उनके नेताओं द्वारा एक दूसरे पर बयानबाजी की जा रही है। इस बीच हैदराबाद से सांसद और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भाजपा वालों से ये पूछना चाहिए कि भाग्यनगर कहां से आया है। आप हैदराबाद से नफरत करते हैं इसलिए नफरत की निशानी है नाम बदलना। हैदराबाद हमारी पहचान है। यह हर हैदराबादी की दिल, सोच और दिमाग में बसा है। ओवैसी ने कहा कि ये लोग नफरत की राजनीति करते हैं।
ओवैसी ने भाजपा पर साधा निशाना
उन्होंने भाजपा के मेनिफेस्टों में मुसलमानों को लेकर किए गए दावों और वादों पर कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है। तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले, मुसलमानों के सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन पर आधारित एक डेटा है। दूसरा, दिवंगत पीएस कृष्णन ने एक रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया था, जिसमें कहा गया था कि मुस्लिम समुदाय में कुछ पिछड़े वर्ग हैं और उन्हें यह आरक्षण मिलना चाहिए, न कि ऊंची जाति के मुसलमानों को। तीसरा, हर मुसलमान को इस आरक्षण का लाभ नहीं मिला है। चौथा यह उनके सामाजिक शैक्षिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए राष्ट्रीय हित में हैं।
केसीआर बना रहे सरकार
उन्होंने कहा कि बाजपा को मुसलमानों के डॉक्टर, इंजीनियर, नर्स, शिक्षक बनने या एमबीए या पीएचडी करने से नफरत है। यह पूछे जाने पर कि एआईएमआईएम इन चुनावों में बीआरएस का खुलकर समर्थन करती नजर आ रही है, एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “नहीं, नौ विधानसभा सीटों पर हमारे खिलाफ बीआरएस उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां मेरे उम्मीदवार नहीं हैं, उन स्थानों पर हमने जनता से अपील की है कि ‘मामू’ (केसीआर) को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाइए।