शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन अचानक विधानसभा पहुंच गई आंगनबाड़ी सेविका, गेट के बाहर किया धरना – प्रदर्शन; पुलिस ने किया वाटर केनन का उपयोग

बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है और आज के दिन सदन के अंदर बिहार में जारी जाति आधारित गणना का रिपोर्ट पेश किया जाना है। इसके साथ ही सरकार के सवाल- जवाब भी किए जाने हैं। लिहाजा सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होनी है। लेकिन, सदन की कार्यवाही शुर होने से पहले ही विधानसभा गेट के बाहर अचानक से सैकड़ों की तादाद में आगनबाड़ी सेविका पहुंच गई धरना – प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिन्हें बाद में काफी जोर – जबरदस्ती कर वहां से हटाया जा रहा है। इतना ही नहीं इनलोगों पर वाटर केनन उपयोग किया जा रहा है।

दरअसल, आंगनबाड़ी सेविका मौजूदा बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रही है। उनका कहना है कि – उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के चुनाव के समय बार-बार यह कहते है कि उनकी सरकार आने पर बिहार की सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं का मानदेय दुगना किया जाएगा, लेकिन सरकार बन जाने के बाद आज तक इस पर अमल नहीं किया गया है।

आंगनबाड़ी सेविका का कहना है कि- हम अपने लंबित मांगों के समर्थन में सरकार से इस बार आरपार की लड़ाई लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। जहां भी हमारी मांगों को पूरा करने के लिए धरना – प्रदर्शन की जरूरत होगी किया जाएगा। हमलोग अब किसी के झूठे वादे और बहकाबे में नहीं आने वाले हैं, जबतक हमलोग की बात नहीं मानी जाएगी हमलोग इस तरह का प्रदर्शन करते रहेंगे।

आपको बताते चलें कि,बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 6 से 10 नवंबर तक चलेगा। सोमवार से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। इस दौरान त्रिस्तरीय सुरक्षा व विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए 70 मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारी के अलावा पुलिस बल के 800 जवान प्रतिनियुक्त रहेंगे। बगैर प्रवेश पास के विधानमंडल परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके साथ ही धरना – प्रदर्शन पर भी मनाही है।

 

शीतकालीन सत्र के बीच विधानसभा के बाहर आंगनबाड़ी सेविका का प्रदर्शन, पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप; बेहोश हुई महिला

बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है और आज के दिन सदन की कार्यवाही शुर होने से पहले ही विधानसभा गेट के बाहर अचानक से सैकड़ों की तादाद में आगनबाड़ी सेविका पहुंच गई और धरना – प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिन्हें बाद में पुलिस के तरफ से वाटर केनन का उपयोग किया गया है। इसके आलाव इन आगनबाड़ी सेविका ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है।

दरअसल, आंगनबाड़ी सेविका मौजूदा बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रही है। उनका कहना है कि – उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के चुनाव के समय बार-बार यह कहते है कि उनकी सरकार आने पर बिहार की सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं का मानदेय दुगना किया जाएगा, लेकिन सरकार बन जाने के बाद आज तक इस पर अमल नहीं किया गया है।

मालूम हो कि, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन यानी आज (मंगलवार) को राज्य सरकार जातीय-आर्थिक सर्वे की विस्तृत रिपोर्ट सदन में पेश करेगी। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी यह रिपोर्ट सदन पटल पर रखेंगे। विधानसभा तथा विधान परिषद में भोजनावकाश के बाद यह पेश की जाएगी। सोमवार को विधानसभा और विधान परिषद की कार्यमंत्रणा समिति की अलग-अलग बैठक हुई। इसमें मंगलवार को रिपोर्ट पेश करने का निर्णय लिया गया।

आपको बताते चलें कि,बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 6 से 10 नवंबर तक चलेगा। सोमवार से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। इस दौरान त्रिस्तरीय सुरक्षा व विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए 70 मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारी के अलावा पुलिस बल के 800 जवान प्रतिनियुक्त रहेंगे। बगैर प्रवेश पास के विधानमंडल परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके साथ ही धरना – प्रदर्शन पर भी मनाही है।

 

नवादा में मायके से बहू को लाने जा रहा था ससुर, सड़क हादसे में गई जान

बिहार में आए दिन रफ्तार का कहर देखने को मिलता है. तेज रफ्तार से वाहन चलाने की वजह से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. नवादा जिले में भी तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला. घटना रूपौ ओपी क्षेत्र के कोसडीहरा गांव के पास घटी है, जहां सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के अकौना बाजार निवासी 45 वर्षीय सुरेश चौधरी के रूप में की गई।

अपनी बहु को मायके से लाने जा रहा था ससुर: मिली जानकारी के अनुसार सुरेश चौधरी ई-रिक्शा से अपनी बहू को लाने उसके मायके बुधौली गांव जा रहे थे, तभी कोसडीहरा गांव के पास एक हाइवा ने ई-रिक्शा को चकमा दे दिया. जिससे वो अपने वाहन को संभाल नहीं पाए और ई-रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट गई. घटना में गंभीर चोट लगने की वजह से मौके पर ही उनकी मौत हो गई. मौत की सूचना मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।

पुलिस ने शव को भेजा सदर अस्पताल: घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा दर्ज कर अपने कब्जे में लिया. वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्रवाई में जुट गई. इधर घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है।

“सुरेश चौधरी टोटो चलाने का काम करता था. ये अपनी बहु को लाने जा रहे थे. इसी दौरान एक हाइवा ने ई-रिक्शा को चकमा दे दिया, जिससे इसकी मौत हो गई.”- मृतक के परिजन

Gopalganj News : बालू लदे ओवरलोड 16 गाड़ियां जब्त, 64 लाख का लगा जुर्माना

बिहार में बालू माफियाओं और ओवरलोडिंग ट्रक चालकों के बढ़ रहे आतंक को रोकने के लिए पुलिस भी एक्शन मोड में है. लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है जिससे बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. गोपालगंज जिले के नगर थाना क्षेत्र के बंजारी मोड़ के पास जिला प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में बालू लदे ओवरलोडड करीब 16 ट्रक को जब्त कर लिया है।

पुलिस ने चलाया सघन जांच-पड़ताल अभियान:सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार के नेतृत्व में नगर थाना क्षेत्र के बंजारी स्थित एनएच 27 पर ओवरलोडिंग को लेकर सघन जांच-पड़ताल अभियान चलाया गया. इस दौरान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जांच-पड़ताल के क्रम में विभिन्न जगहों से आ रही ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों को जब्त किया. परिवहन विभाग और खनन विभाग के अधिकारी पहुंच कर ट्रकों की जांच-पड़ताल कर रहे हैं।

ट्रक रोक जांच करती पुलीस

64 लाख का लगा जुर्माना: जांच के क्रम में सभी ट्रक पर क्षमता से अधिक बालू लगा पाया गया, जिसमें लगभग 64 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि जुर्माना देने के बाद ही ट्रकों को मुक्त किया जाएगा. जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से ओवरलोडेड वाहन चालकों में हड़कंप मच गया है. बंजारी के पास एनएच 27 पर सड़क किनारे कई ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक खड़े दिखाई पड़ रहे हैं।

“समीक्षा बैठक कर कुचायकोट से लौट रहे थे, इसी बीच बालू लदे ओवरलोडेड ट्रक दिखाई दिए. जिसके बाद खनन विभाग, परिवहन विभाग और पुलिस को सूचित कर जांच अभियान चलाया गया. इस अभियान में 15 से 16 ट्रक को जब्त किया गया है, जिन्हें जुर्माने की राशि वसूल कर छोड़ा जाएगा. प्रत्येक ट्रक से नियमानुसार ओवरलोडेड मामले में करीब चार लाख जुर्माने की राशि वसूल की जाएगी.”- डॉ प्रदीप कुमार, सदर एसडीएम

 

‘नीतीश कुमार को इग्नोर कर आगे का रास्ता तय नहीं किया जा सकता’, कांग्रेस को आनंद मोहन की चेतावनी

सहरसा: पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीपीआई की रैली में विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस की उदासीनता पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन में अभी रुचि नहीं है, वह 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है. अब उनके पुराने साथी और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने भी माना है कि हाल के दिनों में विपक्षी एकता की मुहिम थम सी गई है. उन्होंने कहा कि ये सही बात है कि कांग्रेस राज्यों के चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन में दिलचस्पी नहीं ले रही है।

‘विपक्षी एकता की मुहिम थमने के लिए कांग्रेस दोषी’:आनंद मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले एक साल में देश भर में घूम-घूमकर विपक्षी एकता को गति दी है. उनकी वजह से इंडिया गठबंधन बना और तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर एक मंच पर आए हैं लेकिन सीएम ने विपक्षी एकता की मुहिम को जो ताकत दी थी, उसकी गति में अभी ठहराव आ गया है. पूर्व सांसद ने कहा कि मैं मानता हूं कि गठबंधन की एकता बनाए रखना सबसे बड़े विपक्षी दल की जिम्मेदारी थी लेकिन अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो इसके लिए कांग्रेस दोषी है।

“चिंता की बात ये है कि नीतीश कुमार जी ने जो गति दी थी विपक्षी गठबंधन की मुहिम को देशभर में. वह थम सी गई है. इसकी वजह पता नहीं लेकिन जिम्मेवारी अपोजिशन की सबसे बड़ी पार्टी की थी. अगर वह 5 राज्यों के चुनाव के नतीजे का इंतजार कर रही है तो वह ठीक नहीं. मैं कह सकता हूं कि जिस व्यक्ति ने विपक्षी एकता को इंडिया गठबंधन तक लाया, उसको इग्नोर कर के आगे का रास्ता नहीं तय किया जा सकता है”-आनंद मोहन, पूर्व सांसद

‘नीतीश कुमार को इग्नोर नहीं कर सकते’:पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार कर रही है. उसको लगता है कि अगर रिजल्ट उसके पक्ष में आएगा तो वह लोकसभा चुनाव में अपने लिए फील्डिंग सेट करेगा. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ऐसा सोच रही है तो मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जिस व्यक्ति ने विपक्षी एकता को इंडिया गठबंधन तक लाया हो, उसको इग्नोर कर के आगे का रास्ता तय नहीं किया जा सकता है।

नीतीश कुमार ने क्या कहा था?:दरअसल, पटना में सीपीआई की ‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’ की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि वह लगातार विपक्षी एकता को मजबूत करने की मुहिम में लगे हैं. बिहार में सभी दल एकजुट भी हैं लेकिन देशभर में इंडिया गठबंधन को लेकर कुछ नहीं हो रहा है. कांग्रेस को अभी कोई रुचि नहीं है. वह 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है. हालांकि बाद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फोन कर नीतीश कुमार से गठबंधन पर बातचीत की थी।

4 लाख संविदा कर्मियों के लिए खुशखबरी! मानदेय बढ़ाने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमिटी गठित

पटना:बिहार में चार लाख संविदा कर्मियों का मानदेय बढ़ेगा. बिहार सरकार की ओर से संविदा पर नियुक्त कर्मियों के मानदेय बढ़ाने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है. इसके सदस्य संविदाकर्मी वाले सभी संबंधित विभाग के प्रधान सचिव या सचिव होंगे. इसमें सामान्य प्रशासन विभाग एवं वित्त विभाग के प्रधान सचिव या सचिव इसके सदस्य बनाए गए हैं. समिति के सुझाव पर ही नीतीश सरकार मानदेय बढ़ाने का फैसला लेगी. ऐसे में चार लाख से अधिक संविदा कर्मियों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है।

विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमिटी गठित:विभिन्न विभागों में नियोजित संविदा कर्मियों की ओर से लगातार मानदेय बढ़ाने की मांग होती रही है. अब राज्य सरकार ने भी माना है कि नियोजित कर्मियों को जो मानदेय दिया जा रहा है, वह उचित नहीं है. इसीलिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता वाली समिति के सामने सभी विभागों से राय ली जाएगी।

कमिटी दो बिंदुओं पर मानदेय का निर्धारण करेगी:सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव बी राजेंद्र ने सभी डीएम, सभी विभागों के सचिव, डीजीपी, प्रमंडलीय आयुक्त को पत्र लिखकर इससे संबंधित सूचना दी है. नीतीश सरकार की ओर से जो कमेटी बनाई गई है, वह दो बिंदुओं पर मानदेय का निर्धारण करेगी. पहले बिंदु बाजार दर होगा तो वहीं दूसरा प्रारंभिक स्तर पर वेतन महंगाई भत्ता और अन्य भत्तों को मिलाकर समेकित रूप से प्राप्त मानदेय होगा।

2022 में सेवा पुस्तिका बनाने का भी निर्णय: बिहार सरकार की ओर से 2022 में संविदा कर्मियों की सेवा पुस्तिका बनाने का भी निर्णय हुआ था. पुस्तिका में संविदा कर्मियों की तमाम जानकारी शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया था, जिसमें नियोजन की तारीख से लेकर अवकाश तक की जानकारी दी गई थी. अब इसे हर 5 साल पर अपडेट करने का भी निर्णय लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, पीएचईडी सहित कई विभागों में बड़ी संख्या में संविदा कर्मी काम कर रहे हैं. इनकी संख्या चार लाख से अधिक है।

चार लाख संविदा कर्मियों को होगा फायदा:कई विभागों में नियुक्त संविदा कर्मियों की तरफ से लगातार आंदोलन भी होता रहा है. अपनी सेवा स्थाई करने की मांग भी करते रहे हैं. ऐसे में नीतीश सरकार के फैसले से संविदा कर्मियों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिल सकती है।

 

Same Sex Marriage in Bihar: समलैंगिक विवाह कर थाने पहुंची युवती, बोलीं- ‘कोई अनहोनी होती है परिजन होंगें जिम्मेवार’

राजधानी पटना से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां दो युवतियां को आपस में प्यार हो गया. अब दोनों ने समलैंगिक शादी कर ली. दोनों युवती पुलिस से गुहार लगाने पटना महिला थाने पहुंच गई. जहां दोनों के परिजनों ने अलग करने की लाख कोशिश की, लेकिन दोनों एक दूसरे से लिपटी हुई थी और अलग होने का नाम नहीं ले रही थी. वहीं दोनों ने साथ जीने और करने की कसमें भी खा रखी है।

एसएसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार:दोनों युवती सिवान की रहने वाली है. दोनों पटना पुलिस को आवेदन देकर बताया कि दोनों आपस में प्रेमी-प्रेमिका के रूप में पिछले 3 साल से एक साथ रह रही हैं. पिछले 31 अक्टूबर को शादी कर पति-पत्नी के रूप में रह रही हूं, लेकिन घर वाले उसके समलैंगिक संबंधों का विरोध कर रहे हैं. इस समलैंगिक जोड़े ने पटना पुलिस को न्यायालय के आदेश का हवाला दिया है।

पुलिस वालों के छूटे पसीने:समलैंगिक जोड़ों ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्हें अपने घर वालों से खतरा है. इसलिए उनकी सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया जाए. अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए उनके परिजन जिम्मेवार होंगे. पटना महिला थाना पहुंचने के बाद पुलिस ने अभिभावकों को सौंपने की कोशिश की, लेकिन दोनों लड़कियों ने इसका विरोध कर दिया. इसके बाद अभी अभिभावक सिवान लौट गए।

“दो युवती के आपस में समलैंगिक विवाह का मामला सामने आया है. जिसको लेकर थाने में दोनों युवती के परिजन पहुंचे थे. दोनों को अलग करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन दोनों एक दूसरे से लिपटे और छोड़ने का नाम नहीं ले रहे थे. जिसके बाद दोनों के परिजनों को समझा बुझाकर भेज दिया गया. दोनों युवतियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा.”-रामानुज,दारोगा, महिला थाना

भागलपुर में ठंड ने दे दी दस्तक

अधिकतम व न्यूनतम तापमान में हो रही है गिरावट

भागलपुर में ठंड ने दस्तक दे दी है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। अधिकतम तापमान पिछले हफ्ते तक 32 डिग्री सेल्सियस या इससे थोड़ा अधिक रहने के बाद अब 30 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। सोमवार को यह 30.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24 घंटे में 18.4 डिग्री से घटकर 17.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह करीब एक हफ्ते में न्यूनतम तापमान का सबसे कम स्तर है। सुबह और शाम में कोहरा छाने लगा है। जैसे-जैसे कोहरा बढ़ रहा है। वैसे-वैसे हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सोमवार को सुबह लगभग आठ बजे के बाद धूप के दर्शन हुए। उधर, बीएयू के मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि जिले में मंगलवार से 12 नवंबर के बीच अधिकतम तापमान सामान्य रह सकता है और न्यूनतम तापमान में हल्की कमी आ सकती है। सुबह में हल्की धुंध रहेगी।

अगर आप भी बनेंगे अफसर तो गांववाले ऐसे करेंगे स्वागत, 67वीं BPSC क्रैक कर बने SDM

ज्ञान की धरती नालंदा आज एक बार फ़िर से गौरांवित महसूस कर रही है. क्योंकि BPSC 67वीं का फाइनल परिणाम घोषित हो चुका है. जिसमें ज़िले के 4 प्रतिभागियों ने इस बार अपना परचम लहराया है. जिनमें एक लड़की व 3 लड़का शामिल हैं. इनमें सबसे पहला नाम नालंदा के नूरसराय प्रखंड मनारा गांव निवासी संतोष कुमार के इकलौते पुत्र रौशन कुमार जिनके पिता का व्यवसाय है. रौशन कुमार ने 18वीं रैंक हासिल कर डीएसपी पद के लिए चयनित किए गए हैं।

एसडीएम के पद पर हुआ चयन: दूसरे सफल प्रतियोगी नूरसराय प्रखंड के परिऔना गांव निवासी गिरीश कुमार जो LIC कर्मी के पुत्र अमरनाथ कुमार हैं. जिन्होंने तीसरी बार में 19वीं रैंक हासिल कर एसडीएम पद के लिए चयनित किए गए हैं. इससे पहले बिहार के बक्सर ज़िला के नावानगर में श्रम परिवर्तन पद पर कार्यरत हैं. ये पहले ही प्रयास में सफलता मिला था. जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय बिहारशरीफ रहकर बीसीए किया. उसके बाद दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी की।

गांव वालों ने स्वागत में की पुष्प वर्षा : अमरनाथ कुमार की सफलता को देखकर गांव में जश्न का माहौल था. घर पर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ था. जिसे आप इस तस्वीर को देखकर अंदाज़ा लगा सकते हैं. मां आशा देवी गृहणी हैं. अमरनाथ के स्वागत के लिए ग्रामीणों द्वारा पुष्प की वर्षा की गई साथ ही आम व खास लोगों ने बुके और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. जिनमें एडीजे प्रदीप कुमार व शिक्षक के अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

फूलमाला से नए अफसर साहब का स्वागत: वहीं, करायपरसुराय प्रखंड के फरासपुर गांव निवासी किसान पिता किशोर प्रसाद व नियोजित शिक्षिका उर्मिला कुमारी के पुत्र धनराज कुमार ने 21वां रैंक हासिल कर एसडीएम पद के लिए चयनित हुए हैं. जिनके गांव पहुंचने पर स्थानीय हिलसा विधायक प्रेम मुखिया सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया. इस दौरान एसडीएम के लिए चयनित होने के बाद सफलता का राज बताया है।

खबर वही जो है सही

Exit mobile version