पाकिस्तान के केयरटेकर पीएम अनवारुल हक काकड़ ने भारत और उसकी खुफिया एजेंसी रॉ पर बड़ा आरोप लगाया है। अनवारुल हक काकड़ ने बलोचिस्तान की आजादी की मांग करने वालों को आतंकी बताते हुए कहा कि इन्हें रॉ फंड करता है। इसके अलावा अपने बयान में उन्होंने हिंदुओं को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दिया है। इस्लामाबाद में बलूच विरोध प्रदर्शन को लेकर वह भड़क गए हैं। उन्होंने इस प्रदर्शन को लेकर जवाब दिया है।
दरअसल इस्लामाबाद पहुंचे बलोचिस्तान के चार युवाओं को पुलिस ने एक फेक एनकाउंटर में मार दिया था। इसके लिए इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च निकाला जा रहा था, जिस पर पुलिस ने कहर बरपाया। इस्लामाबाद में एक सप्ताह से ज्यादा समय से प्रदर्शन जारी है। मारे गए लोगों के घर वाले उनके शवों की मांग कर रहे हैं। क्योंकि केयर टेकर पीएम का संबंध बलोचिस्तान से है, इसलिए उनकी सबसे ज्यादा आलोचना हो रही है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बलूच होने के बाद भी वह उनका मुद्दा हल नहीं कर रहे। लोगों का कहना है कि बलूच उन्हें याद रखेगा।
क्या मारने वाला हिंदू था
इस्लामाबाद में होने वाले प्रदर्शन को लेकर काकड़ बौखला गए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में 15-20 मिनट तक वह बोलते रहे। इसमें कई बार वह नाराज भी दिखे। एक रिपोर्टर जब उनसे सवाल पूछने के लिए खड़ा हुआ तो काकड़ ने गुस्से में कहा, ‘एक मिनट, बैंठें, मुझे बोलने दें।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई बलोचिस्तान के सशस्त्र संगठनों के खिलाफ है। बलूचों के नहीं। जो लोग विरोध में बाहर से शामिल हुए हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि डॉ. शफी मेंगल की हत्या किसने की? क्या वह बलूच नहीं था? क्या वह हिंदू था या हिंदुस्तान से आया था? मौला बक्स दश्ती कौन था? क्या वह हिंदू, अंग्रेज, ईसाई या यहूदी था? क्या वह बलूच नहीं था?’
हिंदुस्तान कर रहा फंडिंग
प्रदर्शन का समर्थन करने वालों को उन्होंने BLA जॉइन करने की नसीहत दी है। कार्यवाहक पीएम ने जोर देकर कहा प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन का अधिकार है, क्योंकि उनके परिवार के लोग मारे गए हैं। लेकिन उन्हें यह भी समझना चाहिए कि उनके परिवार के लोग देश के खिलाफ लड़ रहे थे। पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि यह 1971 नहीं है और बलोचिस्तान बांग्लादेश नहीं है जो अलग हो जाएगा। इसके आगे उन्होंने कहा, ‘ये आतंकी 90-90 कत्ल करते हैं। हिंदुस्तान से पैसा लेकर यह कत्ल करते हैं। खुलेआम कहता हूं। रॉ और भारत की फंडिंग के साथ करते हैं। बताएं कि क्या ये नहीं करते हैं। हिंदुस्तान में कोई ISI के पैसों से लड़कर देख ले। देख लेना वो क्या हाल करेंगे।’