राष्ट्र गौरव के समारोह गणतंत्र दिवस की परेड से इस बार समूचे राष्ट्र को अलग ढंग से जोड़ने की पहल केंद्र सरकार ने की है। लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई ग्राम पंचायत भी अमृतकाल में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में भागीदार बन सके, इसके लिए देशभर से पंचायत प्रतिनिधियों को उनके पति या पत्नियों सहित आमंत्रित किया गया है।
वह इस बार समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी-अपनी पंचायत का प्रतिनिधित्व करेंगे। गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली स्थित कर्तव्यपथ पर निकाली जाने वाले गौरवशाली परेड के आयोजन से देशभर को जोड़ने के लिए कुछ अलग प्रयास इस बार किए जा रहे हैं। पंचायत स्तर तक सुशासन पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता जताने वाली मोदी सरकार इस राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम के माध्यम से भी ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ का संदेश देना चाहती है।
पंचायतीराज मंत्रालय को सौंपा गया दायित्व
ग्राम पंचायतों को इस आयोजन से जोड़ने का दायित्व पंचायतीराज मंत्रालय को सौंपा गया। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम की व्यवस्था के अनुकूल अतिथियों की संख्या को देखते हुए 250 ग्राम प्रधानों को आमंत्रित करने का लक्ष्य रखा गया। प्रधानों के साथ उनके पति या पत्नी को बुलाने का तय किया गया। राज्यों से कहा गया कि बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों के प्रतिनिधियों या व्यक्तिगत रूप से पंचायत में बेहतर कदम उठाने वाले प्रधानों को इस कार्यक्रम के लिए चिन्हित कर न्योता भेजा जाए।