69वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का ऐलान हो चुका है। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों को भारत में सबसे प्रमुख और प्रतिष्ठित फिल्म पुरस्कार समारोहों में से एक माना जाता है। यह आयोजन हर साल नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है। समारोह के दौरान, भारत के राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान करते हैं। 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की 24 अगस्त को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के घोषणा की गई। 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में आलिया भट्ट और कृति सेनन ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के लिए आलिया तो वहीं ‘मिमि’ के लिए कृति सेनन को अवॉर्ड मिला। फिल्म ‘मिमि’ के लिए ही पंकज त्रिपाठी को भी अवॉर्ड मिला है। कृति और पंकज त्रिपाठी ने इस खास मौके पर इमोशनल कर देने वाली प्रतिक्रिया दी है।
पंकज त्रिपाठी का रिएक्शन
पंकज त्रिपाठी ने भी काफी इमोशनल प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपना ये अवॉर्ड अपने पिता को समर्पित किया है, ‘यह दुर्भाग्य से मेरे लिए किसी अपने को खोने के दुख और शोक का समय है। अगर बाबूजी आसपास होते तो वे मेरे लिए बहुत खुश होते। जब मुझे पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार का मिला, तो उन्हें बहुत गर्व और प्रसन्नता हुई थी। यह राष्ट्रीय पुरस्कार मैं उन्हें और उनके जज्बे को समर्पित करता हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं उनकी वजह से हूं। इस समय मेरे पास शब्द नहीं हैं, लेकिन मैं खुश हूं और टीम का आभारी हूं। कृति ने बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी जीता है, इसलिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई।’
कृति भी हुईं सरप्राइज्ड
कृति सेनन भी अवॉर्ड मिलने के बाद खुश थी और उन्होंने इंडिया टीवी के साथ काफी इमोशनल प्रतिक्रिया साझा की है। कृति ने कहा, ‘वास्तव में मिमी एक बहुत ही खास फिल्म रही है और इसके लिए सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार पाने के लिए जूरी को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने मुझे इस पुरस्कार के योग्य समझा। मैं थोड़ा सरप्राइज हूं। बहुत कुछ दिमाग में चल रहा है, मैं बहुत अभिभूत हूं। मैं बस दिनेश विजन को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने वास्तव में हमेशा मुझ पर और मेरी क्षमता पर विश्वास किया और पूरे समय मेरा समर्थन किया और मुझे मिमी जैसी विशेष फिल्म दी। मैं जानती हूं कि मैं इसे जीवन भर याद रखूंगी। मेरे निर्देशक लक्ष्मण उतेकर फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझसे कहते थे, मिमी अब देखना आपको इस परफॉर्मेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलेगा। मैं वास्तव में इस पर विश्वास नहीं करती था क्योंकि मैं हमेशा सोचती थी कि यह बहुत बड़ा सपना है और बहुत दूर है। मुझे बस इस बात पर विश्वास नहीं था कि मैं वास्तव में कुछ ऐसा कर सकूंगी।’