आईएएस आकांक्षा आनंद बिहार के पटना की रहने वाली हैं. उनकी मां टीचर और पिता स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क हैं. उनकी मां का भी सपना था कि बेटी आईएएस अफसर बने. हालांकि आकांक्षा ने पहले पटना वेटनरी कॉलेज ग्रेजुएशन किया. जहां वह गोल्ड मेडलिस्ट थीं.
आकांक्षा ने वेटनरी में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. उनकी रुचि कॉलेज के समय से ही आईएएस अफसर बनने की थी. आकांक्षा ने बताया था कि वेटनरी ऑफिसर के रूप में उनकी ज्वाइनिंग यूपीएससी इंटरव्यू के समय ही हुई थी.
डॉ. आकांक्षा आनंद ने साल 2022 में दूसरी बार यूपीएससी एग्जाम दिया था. आकांक्षा के अनुसार यूपीएससी इंटरव्यू के समय ही उनकी ज्वाइनिंग सीतामढ़ी हो गई थी. जिसके चलते दोनों चीजें मैनेज करना मुश्किल था. परिवार के लोगों ने खूब सहयोग किया.
अपनी यूपीएससी जर्नी के बारे में बात करते हुए आकांक्षा कहती हैं कि एक समय ऐसा आया कि जब यह तय करना था कि वेटनरी में पीजी करके करियर को सुरक्षित करूं. उन्हें पीजी में सर्जरी मिल रहा था. जो कि बेस्ट था. आखिरकार उन्होंने अपने दिल की सुनी और सुरक्षित मौका छोड़कर यूपीससी को चुना.
वेटनरी ऑफिसर के रूप में जॉब करते हुए वह कोचिंग नहीं कर सकती थीं. इसलिए उन्होंने यूट्यूब का सहारा लिया. आकांक्षा बताती हैं कि उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की पूरी तैयारी घर पर ही रहकर की. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी 2022 परीक्षा ऑल इंडिया 205 रैंक से पास की. उनका सेलेक्शन आईएएस के लिए हुआ।