हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस के रेक में शुक्रवार सुबह तकनीकी खराबी आने के कारण रेलवे को इसे युवा एक्सप्रेस में इस्तेमाल होने वाले रेक से बदलना पड़ा, जिसके कारण एक घंटे की देरी हुई और यात्रियों का परेशानी का सामना करना पड़ा। एक अधिकारी ने जानकारी दी कि रेक (इंजन के अलावा बाकी डिब्बे) बदले जाने को लेकर कई यात्रियों ने इसका विरोध भी किया। इस बदलाव के चलते यात्री आधुनिक सुविधाओं से युक्त वंदे भारत रेक में यात्रा का अनुभव नहीं ले सके। इसमें बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस भी थे।
वंदे भारत रेक के ‘अंडरगियर’ में आई खराबी
इस ट्रेन के यात्रियों ने कहा कि युवा एक्सप्रेस रेक में वे सुविधाएं नहीं थीं जिनके लिए उन्होंने भुगतान किया था, और यह मानक के अनुरूप नहीं था। पूर्व रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वंदे भारत रेक के ‘अंडरगियर’ में गड़बड़ी के कारण इसे बदलना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘वंदे भारत रेक को परिचालन के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया और उसकी जगह एक अतिरिक्त रेक लगाया गया, जिसका उपयोग युवा एक्सप्रेस के लिए किया जाता है।’’
राज्यपाल आनंद बोस भी यात्रियों में शामिल
रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस बदलाव के कारण ट्रेन के प्रस्थान में एक घंटे की देरी हुई। ट्रेन के यात्रियों में राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस भी थे, जो मिजोरम में रेल पुल ढहने से मारे गए प्रवासी श्रमिकों के परिवारों से मिलने के लिए मालदा जा रहे थे। वंदे भारत एक्सप्रेस के रेक में इस तरह की तकनीकी खराबी की उम्मीद नहीं होने का जिक्र करते हुए भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात करेंगे, जो शुक्रवार को कोलकाता आने वाले हैं। मजूमदार ने कहा, ‘‘मैं इस मामले को रेल मंत्री के संज्ञान में लाऊंगा।’’