पटना हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार की दोपहर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सिटी एसपी वैभव शर्मा के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस, बम निरोधक दस्ता और एटीएस की टीम हाईकोर्ट पहुंची। उच्च न्यायालय के सभी द्वार बंद कर दिए गए। लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई। इसके बाद बम निरोधक दस्ता और स्वान दस्ता ने हाईकोर्ट के कोने-कोने की जांच की।
हालांकि, किसी तरह का विस्फोटक बरामद नहीं हुआ। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद टीमें लौट गईं। बहरहाल, हाईकोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीएसपी विधि-व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि पटना हाईकोर्ट में ई-मेल के माध्यम से बम उड़ाने की धमकी मिली थी। टीम ने जांच की, लेकिन किसी प्रकार का विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
ई-मेल पर आई बम से उड़ाने की धमकी
जानकारी के अनुसार, पटना हाईकोर्ट के अधिकारिक ई-मेल पर किसी ने पटना समेत अन्य राज्यों के उच्च न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसके बाद हाईकोर्ट सुरक्षा प्रभारी ने पटना पुलिस को जानकारी दी। तेज-तर्रार अफसरों की टीम गठित कर पुलिस ने पूरे परिसर की घेराबंदी कर दी। शाम चार बजे एटीएस से इंस्पेक्टर रंजीत कुमार अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे थे।
बम निरोधक दस्ता ने डीएसएमडी (डीप सर्च मेटल डिटेक्टर) और एचएचएमडी (हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर) से परिसर समेत कक्षों की जांच की। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जाने लगे, लेकिन कहीं से कोई संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई।
डीएसपी ने बताया कि प्रथमदृष्टया किसी शरारती तत्व की कारस्तानी समझ आती है। नियमानुसार समय-समय पर न्यायालयों की सुरक्षा का जायजा लिया जाता है। तकनीकी विश्लेषण से पता लगाया जा रहा है कि किस ई-मेल आइडी, आइपी एड्रेस और इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग किया गया था। आरोपित की पहचान करने के लिए सभी तरह के कदम उठाए जा रहे हैं।