बिहार के पटना में रामकृपाल यादव के काफिले पर हमला मामले में पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है. इस घटना के बाद तिनेरी गांव संवेदनशील इलाका बन गया है. मंगलवार को लोकसभा चुनाव का रिजल्ट भी आना है. किसी प्रकार की घटना ना हो इसको देखते हुए गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. चेकपोस्ट बनाकर वाहन जांच भी की जा रही है।
क्या है मामला? बता दें कि शनिवार को सातवें चरण की वोटिंग हो रही थी. इस दौरान राजद विधायक तिनेरी गांव की बूथ पर पहुंची थी. बूथ पर मौजूद लोगों ने विधायक पर बोगस वोटिंग का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की. इसी बात को लेकर राजद समर्थकों ने विरोध कर रहे लोगों के साथ मारपीट की. गांव के मुखिया पति पर भी हमला कर जख्मी कर दिया गया।
रामकृपाल यादव के काफिले पर हमलाः घटना की जानकारी मिलने के बाद देर शाम रामकृपाल यादव तिनेरी गांव पहुंचकर पीड़ित से मुकालात की थी. मुलाकात के बाद तिनेगी गांव से जमालपुर गांव जा रहे थे. इसी दौरान गोपालपुर मठिया गांव के सामने रामकृपाल यादव के काफिले पर फायरिंग कर दी गई. साथ में मौजूद समर्थकों के साथ मारपीट भी की गई. इस घटना में रामकृपाल यादव के एक समर्थक गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
दोनों ओर से प्राथमिकी दर्जः हालांकि इस घटना में पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है. इस मामले में रामकृपाल यादव की ओर से 9 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई थी. पटना पूर्वी सिटी एसपी खुद इस घटना की जांच कर रहे हैं. घटना को लेकर राजद विधायक की ओर से भी 12 लोगों पर केस दर्ज कराया गया है. दोनों ओर से माहौल को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है।
“तिनेरी गांव के पास पुलिस गश्ती बढ़ा दी गई है. पुलिस कैंप कर रही है. इसके अलावा गोपालपुर मठ और तिनेरी गांव के लोगों को शांत रहने का अपील की गई है. दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिक की दर्ज कर ली गई है. जांच पड़ताल की जा रही है.” -भारत सोनी, सिटी एसपी, पटना पूर्वी