महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन शाम के कार्यक्रम में लोगों के चहेते पवनदीप राजन और अरुणिता कांजीलाल ने अपनी प्रस्तुती दी। उनकी एक झलक पाने के लिए दर्शक दीवाने हो गये। कलाकारों के स्टेज पर आते ही दर्शकों के शोर से राजगीर की वादियां गूंज उठी। अरुणिता ने लगा मंगेशकर के गानों से कार्यक्रम की शुरुआत की।
अरुणिता ने लग जा गले…, ये दिल तुम बिन लगता नहीं…, नैना लगया बारिशां…, गर तुम साथ हो…, तुझे भुला दिया… जैसे सुप्रसिद्ध गीत गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद स्टेज पर पवनदीप की एंट्री हुई। पवनदीप के प्रशंसकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। उन्होंने भी दर्शकों की फरमाईश पर एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किये। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई लोगों ने पास होने के बाद भी प्रवेश नहीं दिये जाने पर नाराजगी जतायी।