लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन और एनडीए गठबंधन के बीच बयानबाजी का दौर जारी है. दोनो एक दूसरे पर तरह तरह के आरोप लगा रही है और जनता के बीच एक दूसरे को बेनकाब करने की कोशिश में है. शनिवार को राजद के कार्यकर्ता ने राजद कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाकर मोदी गारंटी को फेल बताया है।
RJD का PM मोदी पर पोस्टर वार
इस पोस्टर के जरिए आरजेडी ने मोदी सरकार द्वारा किए गए वादे को गिनाया है और लिखा है कि ‘मोदी सरकार ने महंगाई कम करने का वादा किया, डीजल पेट्रोल सहित सभी खाद्य पदार्थ मंहगी हो गई. दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था सभी वादे में फेल है।
पोस्टर में तेजस्वी का महिमा मंडन
इस पोस्टर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तस्वीर को प्राथमिकता के साथ दर्शाया गया है., लेकिन महिमा मंडन तेजस्वी का किया गया है. लिखा है तेजस्वी जी ने जो कहा वो किया. 6 लाख नियुक्ति पत्र और 4 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया गया।
‘मोदी गारंटी फेल’- RJD
पोस्टर में आगे लिखा है कि जनता को ठगने का काम मोदी सरकार ने किया है. कालाधन लाने की बात कहीं गई थी. कहां आया कालाधन? राजद के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार द्वारा किए गए सभी वादों की चर्चा इस पोस्टर में की है और साफ-साफ लिखा है कि जो मोदी गारंटी की बात कर रहे हैं वह मोदी गारंटी फेल है. पूरे देश की जनता परेशान नजर आ रही है।
लगातार महंगाई बढ़ रही
राजद के प्रदेश महासचिव भाई अरुण ने इस पोस्टर को राजद कार्यालय के बाहर लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी हुई सरकार जनता को कहीं से भी राहत देने का काम नहीं कर रही है. लगातार महंगाई बढ़ रही है. युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था उसे नहीं पूरा किया गया है।
“कहा गया था कि विदेशों से कालाधन लाकर हर भारतीय के खाते में 15- 15 लाख रुपए देंगे. उसको भी मोदी सरकार ने पूरा करने का काम नहीं किया है. भाजपा के लोग जो मोदी गारंटी मोदी गारंटी का नारा लगा रहे हैं, पूरी तरह से मोदी सरकार फेल रही है. जनता आंख खोल कर देख रही है कि किस तरह से मोदी सरकार ने लोगों को ठगने का काम किया है.”- भाई अरुण, राजद प्रदेश महासचिव
अपना वादा पूरा कर रही महागठबंधन सरकार
साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश और तेजस्वी की सरकार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जो युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था उसे पूरा किया गया है. 6 लाख से ज्यादा युवाओं को बिहार में नौकरी दी गई है. साथ ही वैसे परिवार जो गरीबी रेखा से नीचे हैं उन्हें उद्यमी लोन दिया जा रहा है।