बिहार दिवस 2025 के अवसर पर राजधानी पटना का गांधी मैदान रोशनी और उत्सव के माहौल में सराबोर है। इस खास मौके पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) द्वारा लगाए गए ‘लाइव गांव’ ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह अनूठा मॉडल ‘हर घर नल का जल’ योजना को सजीव रूप में प्रदर्शित कर रहा है, जिससे लोग समझ सकें कि किस तरह से स्वच्छ पेयजल घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है।
‘लाइव गांव’ में दिखा स्वच्छ पेयजल आपूर्ति का मॉडल
PHED विभाग ने इस मॉडल के जरिए ग्रामीण इलाकों में जल आपूर्ति की प्रक्रिया को हूबहू प्रस्तुत किया है। यह न केवल जागरूकता बढ़ाने का एक माध्यम बना है, बल्कि लोगों को यह भी दिखाया जा रहा है कि आधुनिक तकनीक की मदद से सरकार किस तरह हर घर तक सुरक्षित पानी पहुंचाने के लिए कार्यरत है।
योजनाओं की प्रदर्शनी ने खींचा ध्यान
गांधी मैदान में विभाग के 10 स्टॉल लगाए गए हैं, जहां राज्य में संचालित और प्रस्तावित जल आपूर्ति योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। इनमें सिमरी बहुग्रामीण योजना, कैमूर की अधौरा योजना और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष जल शुद्धिकरण तकनीक को दर्शाया गया है। फ्लोराइड प्लांट से शुद्ध जल आपूर्ति की उन्नत प्रणाली भी लोगों के लिए आकर्षण का विषय बनी हुई है।
शिकायतों के निवारण के लिए विशेष कंट्रोल रूम
इस आयोजन में PHED विभाग ने पेयजल से जुड़ी शिकायतों के लिए एक विशेष कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है, जहां लोग अपनी समस्याएं दर्ज कराकर त्वरित समाधान प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल राज्य में जल प्रबंधन को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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