कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर शेयर मार्केट को लेकर बड़े आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए. जिसका जवाब भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने दिया है.
मुख्य तथ्य
- राहुल गांधी को पीयूष गोयल का जवाब
- कहा- मोदी सरकार की वापसी से राहुल परेशान
- मोदी सरकार की वजह से शेयर मार्केट में ऐतिहासिक बढ़त
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर शेयर मार्केट को लेकर बड़े आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए. जिसका जवाब भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने दिया है. पीयूष गोयल ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी देश के निवेश को प्रभावित करना चाहते हैं. आगे बालते हुए गोयल ने कहा कि राहुल फिर से मोदी सरकार की वापसी से परेशान हैं. भारत की इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है और राहुल ऐसे आरोप लगाकर निवेश को प्रभावित कर रहे हैं. आगे बोलते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद FIIS ने खरीदारी की थी और बाजार में उतार-चढ़ाव तो होता रहता है, यह सामान्य बात है. मोदी सरकार की तारीफ करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि 10 साल में बाजार का मार्केट कैप बढ़ा है और मोदी सरकार में पीएसयू शेयर 4 गुना तक बढ़ा है. शेयर बाजार में तो बदलाव होते रहते हैं और भारत दुनिया के टॉप 5 शेयर बाजारों में से एक है.
मोदी सरकार की वजह से शेयर मार्केट में ऐतिहासिक बढ़त
भारत की अर्थव्यवस्था की उपलब्धि साधारण नहीं है. इसे पूरा विश्व गंभीरता से ले रहा है और समझ रहा है. देश का विकास पीएम मोदी के नेतृत्व हो रहा है. पीयूष गोयल ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार की वजह से शेयर मार्केट में ऐतिहासिक बढ़त हुई है. Mutual Funds का कैप भी बढ़कर 56,000 करोड़ रुपये हो गया है. 10 साल में शेयर बाजार में पूंजीकरण बढ़ा है.
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने शेयर बाजार को लेकर केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कहने पर ही लोगों ने चुनाव के रिजल्ट से पहले शेयर खरीदे और रिजल्ट वाले दिन आद आदमी के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए.
जानिए महाराष्ट्र में सीटों का समीकरण
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. जिसमें से इस चुनाव में सबसे ज्यादा कांग्रेस को 13 सीटें मिली. वहीं, उद्धव गुट को 9 और शरद पवार की पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की. उधर बीजेपी को 9 सीटें, शिवसेना (शिंदे) को 7 और एनसीपी (अजित पवार) की पार्टी को सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली. वहीं, सांगली से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज कर उन्होंने कांग्रेस को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया. एनसीपी और शिवसेना के बीच टूट के बाद यह महाराष्ट्र में पहला बड़ा चुनाव था.